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बच्चों के विकास में लाइफ स्किल का उपयोग किया जाना चाहिए : प्रभा दुबे

Sep 20, 2019

भिलाई महिला महाविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय सेमीनार पर बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष का मत

भिलाई। भिलाई महिला महाविद्यालय के शिक्षा संकाय द्वारा आईक्यूएसी के अंतर्गत इम्पॉर्टेन्स ऑफ़  लाइफ स्किल्स इन प्रेजेंट एजुकेशनल सिनेरियो (वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य में जीवन कौशल का महत्व) का शुक्रवार शाम समापन हो गया। सेमिनार के दो दिनों के दौरान लाइफ स्किल तथा शिक्षा में इसके महत्व पर जमकर मंथन हुआ। समापन समारोह की मुख्य अतिथि राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे ने कहा कि लाइफ स्किल का उपयोग सबसे अधिक हमारे बच्चों के विकास में प्रभावी तरीके से किया जाना चाहिये।भिलाई। भिलाई महिला महाविद्यालय के शिक्षा संकाय द्वारा आईक्यूएसी के अंतर्गत इम्पॉर्टेन्स ऑफ़  लाइफ स्किल्स इन प्रेजेंट एजुकेशनल सिनेरियो (वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य में जीवन कौशल का महत्व) का शुक्रवार शाम समापन हो गया। सेमिनार के दो दिनों के दौरान लाइफ स्किल तथा शिक्षा में इसके महत्व पर जमकर मंथन हुआ। समापन समारोह की मुख्य अतिथि राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे ने कहा कि लाइफ स्किल का उपयोग सबसे अधिक हमारे बच्चों के विकास में प्रभावी तरीके से किया जाना चाहिये। Mahila-Mahavidyalaya भिलाई। भिलाई महिला महाविद्यालय के शिक्षा संकाय द्वारा आईक्यूएसी के अंतर्गत इम्पॉर्टेन्स ऑफ़  लाइफ स्किल्स इन प्रेजेंट एजुकेशनल सिनेरियो (वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य में जीवन कौशल का महत्व) का शुक्रवार शाम समापन हो गया। सेमिनार के दो दिनों के दौरान लाइफ स्किल तथा शिक्षा में इसके महत्व पर जमकर मंथन हुआ। समापन समारोह की मुख्य अतिथि राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे ने कहा कि लाइफ स्किल का उपयोग सबसे अधिक हमारे बच्चों के विकास में प्रभावी तरीके से किया जाना चाहिये।महाविद्यालय के बी.एड. कोर्स के स्टूडेंट्स से विशेष रूप से उन्होंने आग्रह किया कि भावी शिक्षक के रूप में अपनी अहम भूमिका निभायें। अपने विद्याथिर्यों को संस्कारवान बनाकर राष्ट्र को एक जिम्मेदार नागरिक देने की महती भूमिका का निर्वाह करें। श्रीमती दुबे ने कहा कि मोबाइल संस्कृति तथा सोशल मीडिया बच्चों को गलत रास्ते पर ले जा रहे हैं इनसे इनका बचाव किया जाना बहुत जरूरी है। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट के सेक्रेटरी सुरेन्द्र गुप्ता ने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी कार्य तभी सफल होता है जब नेतृत्व तथा मार्गदर्शन सही हो। उन्होंने सेमिनार के सब-थीम्स इफेक्टिव कम्यूनिकेशन तथा डिसीजन मेकिंग को जीवन में सफलता कि लिये अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। प्रॉब्लम सॉल्बिंग के बारे में बोलते हुए कहा कि हमें अपने आपमें प्रॉब्लम सॉल्विंग हेतु क्रियेटीव तरीके ढूंढने का गुण विकसित करना अत्यंत आवश्यक है। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. संध्या मदनमोहन ने कहा कि इस दो-दिवसीय इंटरनेशनल सेमिनार के दौरान हुए मंथन के दौरान लाइफ स्किल्स के हर पहलू को छुआ गया तथा इस अनुभव का लाभ हमें भविष्य में जरूर मिलेगा। सेमिनार की संयोजक तथा डिपाटर्मेंट आॅफ एजुकेशन की हेड डॉ. मोहना सुशांत पंडित ने अपने संबोधन में कहा कि इतने कम समय में इस इंटरनेशनल सेमिनार का सफल आयोजन महाविद्यालय के डिपाटर्मेंट आॅफ एजुकेशन के टीम एफर्ट से ही संभव हो पाया। इस सेमिनार में 350 प्रतिभागियों ने शिरकत की, छ.ग. तथा अन्य राज्यों तथा विदेशों से कुल 149 पेपर प्राप्त हुए, जिसमें 67 पेपर्स को उद्घाटन दिवस पर विमोचित स्मारिका सीडी में लिया गया। फीडबैक सेशन में प्रतिभागियों ने आयोजन तथा सेमिनार के विषय की सराहना करते हुए इसे अत्यंत ही ज्ञानवर्द्धक तथा उपयोगी अनुभव बताया। कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों को अतिथियों के हाथों सर्टिफिकेट वितरित किये गये। आभार प्रदर्शन श्रीमती हेमलता सिदार ने तथा मंच संचालन डॉ. अचर्ना शरण ने किया।
भिलाई। भिलाई महिला महाविद्यालय के शिक्षा संकाय द्वारा आईक्यूएसी के अंतर्गत इम्पॉर्टेन्स ऑफ़  लाइफ स्किल्स इन प्रेजेंट एजुकेशनल सिनेरियो (वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य में जीवन कौशल का महत्व) का शुक्रवार शाम समापन हो गया। सेमिनार के दो दिनों के दौरान लाइफ स्किल तथा शिक्षा में इसके महत्व पर जमकर मंथन हुआ। समापन समारोह की मुख्य अतिथि राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे ने कहा कि लाइफ स्किल का उपयोग सबसे अधिक हमारे बच्चों के विकास में प्रभावी तरीके से किया जाना चाहिये।इस सेमिनार के सफल आयोजन में डिपाटर्मेंट आॅफ एजुकेशन के फैकल्टी मेम्बर्स श्रीमती हेमलता सिदार, नीतू साहू, भावना, सुनिशा पैट्रीक तथा नाजनीन बेग का उल्लेखनीय योगदान रहा। मंचस्थ अन्य अतिथियों में इंटरनेशनल स्पीकर्स नॉर्वे से आईं दीदी दानव्रता, सिंगापुर से आईं मिस सूची, नागपुर यूनिवर्सिटी की डॉ. राजश्री वैष्णव, डायट, दुर्ग की प्रिंसिपल मंजूलता पशीने, डॉ. पी.के. श्रीवास्तव आदि थे।
इससे पूर्व आज सेमिनार के समापन दिवस के पहले सेशन में की-नोट स्पीकर के रूप में उपस्थित हुई नार्वे से आईं स्पीकर दीदी दानाव्रता ने हाउ मेडिटेशन वर्क्स लच गेट रीड आॅफ योर स्ट्रेस विषय पर हुए अपने व्याख्यान में तनाव से मुक्त रहने में मेडिटेशन किस प्रकार कारगर होता है इस विषय में विस्तार से प्रकाश डाला। इसके पश्चात सिंगापुर से आई मोटीवेशनल स्पीकर मिस सूची ने लाफटर थेरेपी का एक सेशन लिया जिसे प्रतिभागियों ने बहुत पसंद किया। दूसरे सेशन में नागपुर यूनिवर्सिटी से आई डिपाटर्मेंट आॅफ पीजी एजुकेशन की डीन डॉ. राजश्री वैष्णव ने लाइफ स्किल्स एण्ड एजुकेशन विषय पर अपना व्याख्यान दिया जिसमें उन्होंने लाइफ स्किल्स शिक्षा के क्षेत्र में किस प्रकार महत्व रखती है इस संदर्भ में विस्तारपूर्वक बताया। सेकण्ड सेशन के बाद पेपर प्रेजेण्टेशन हुए जिसकी सेशन चेयर डॉ. पुष्पलता शर्मा तथा डॉ. निशा श्रीवास्तव ने की।

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