दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर महाविद्यालय में अर्थशास्त्र परिषद का गठन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीके पंचभाई संयुक्त कलेक्टर जिला दुर्ग तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आरएन सिंह ने किया। श्री पंचभाई ने परिषद के सदस्यों के नामों की घोषणा की। उन्होंने बदलते आर्थिक परिवेष में अर्थशास्त्र के महत्व पर प्रकाश डाला।परिषद में अध्यक्ष अनिल कुमार वर्मा कक्षा एम.ए. तृतीय सेमेस्टर, उपाध्यक्ष प्रीति सिंह एम.ए. तृतीय सेमेस्टर, सचिव नीतू सिंह एम. ए. प्रथम सेमेस्टर, सहसचिव मयंक नरेश एम.ए. प्रथम सेमेस्टर शामिल किए गए हैं।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर.ए. सिंह ने स्वामी विवेकानंद का उल्लेख करते हुए कहा कि वर्तमान परिवेश में पुस्तिकीय शिक्षा के साथ साथ संस्कार भी आवश्यक है। संस्कार विहिन शिक्षा कभी राष्ट्र का सर्वांगीण विकास नहीं कर सकती। उन्होंने पुस्तिकीय शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला।
एम.ए. तृतीय वर्ष की छात्रा करिश्मा तिर्की ने परिषद के उद्घाटन अवसर पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत करते हुए कृषि विकास योजनाओं के अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव की व्याख्या की। इसी प्रकार एम.ए. प्रथम सेमेस्टर का छात्र एकल्वय ने अपने शोध पत्र में छत्तीसगढ़ में कृषि दिषा एवं दषा पर प्रकाष डाला। एम.ए. तृतीय सेमेस्टर की छात्र कु. प्रीति सिंह ने तकनीकि नवाचार का कृषि में योगदान का उल्लेख किया।
कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर अथर्षास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ श्रीमती षिखा अग्रवाल ने विभाग में परिषद की आवष्यकता पर प्रकाष डालते हुए उसकी गरिमा का उल्लेख किया। डॉ. ए. के खान ने अपने उद्बोधन में दायित्यों का उल्लेख किया। कार्यक्रम कर संचालन डॉ. सुश्री अंषुमाला चन्दनगर ने किया। अतिथि का परिचय डॉ. एल.के. भारती ने किया तथा आभार प्रदर्षन डॉ. श्रीमती के. पद्मावती ने किया। परिषद के उद्घाटन अवसर पर विभाग के सभी प्राध्यापक गण तथा छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहे।