भिलाई। जिस गोबर को लोग इधर उधर फेंक कर सड़ने या सूखने देते थे, अब वही महिलाओं की मोटी कमाई का जरिया बन गया है। गोबर को एकत्रित कर न केवल खाद बनाई जा रही है बल्कि गोबर-मिट्टी एवं अन्य वस्तुओं के मिश्रम से तैयार उत्पाद हाथों हाथ बिक रहे हैं। इस काम में संलग्न महिलाओं ने इस सीजन में लाखों रुपए की कमाई की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की गोधन न्याय योजना को इससे सार्थकता मिली है। गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी केंद्रों में गोबर का क्रय कर इससे वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जा रहा है। वर्मी कंपोस्ट बनाने के साथ ही महिलाएं गोबर से अन्य उत्पाद भी तैयार कर रही है। गोबर खरीदी केंद्रों में दीया, प्रतिमा एवं पूजा की थाल बनाने का कार्य युद्ध स्तर पर महिलाओं के द्वारा किया गया। कम समय में वृहद मात्रा में गुणवत्तापूर्ण दीया तैयार किया गया। महिलाओं ने मात्र 3084 किलो गोबर के उपयोग से दीया, प्रतिमा, पूजा थाल तैयार कर एवं इसे विक्रय कर लगभग 447930 रुपए की आय अर्जित की है।
गोबर खरीदी केंद्रों में इसके अतिरिक्त गमला, अगरबत्ती, मंजन तथा कंडा तैयार किया जा रहा है। जोन क्रमांक एक नेहरू नगर में 930 किलोग्राम वर्मी कंपोस्ट विक्रय किया जा चुका है जिससे 7740 रुपए आए महिलाओं को प्राप्त हुई है। शेष जोन में भी वर्मी कंपोस्ट निर्माण कार्य प्रक्रियाधीन है। जोन क्रमांक 4 में 200 किलोग्राम वर्मी कंपोस्ट एवं जोन क्रमांक 2 में 110 किलोग्राम वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जा चुका है। भिलाई निगम पहला ऐसा निकाय है जिसने सर्वप्रथम वर्मी कंपोस्ट का विक्रय कर आमदनी प्राप्त की है।
प्रारंभिक दौर में वर्मी कंपोस्ट निर्माण के लिए केंचुआ खरीदा गया था। लेकिन अब गोबर खरीदी केंद्रों में ही केंचुआ का भी पालन किया जा रहा है। केंचुआ पालन को बढ़ावा देकर इसे वर्मी कंपोस्ट निर्माण में उपयोग किया जाएगा। इससे केचुआ क्रय करने की लागत बच जाएगी।
गोबर कंडे का उपयोग मुक्तिधाम में हो रहा है। प्रत्येक जोन के गोबर खरीदी केंद्रों में गोबर से कंडे तैयार किए जा रहे है। जोन क्रमांक 2 में 25900 कंडे का विक्रय महिलाओं ने रामनगर मुक्तिधाम में किया है इसे विक्रय कर 120435 रुपए इन्हें प्राप्त होंगे। अब तक वैशाली नगर जोन में 59800 कंडा तैयार किया जा चुका है। जोन एक नेहरू नगर में 7930 कंडा, जोन क्रमांक 3 मदर टैरेसा नगर में 6450 कंडा एवं जोन क्रमांक 4 शिवाजी नगर में 947 कंडे तैयार किए जा चुके हैं।
गोधन न्याय योजना का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन भिलाई निगम क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। महापौर एवं भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव तथा निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी के कुशल मार्गदर्शन में महिलाएं आर्थिक समृद्धि की राह पर है और सीमित संसाधनों में अच्छा लाभ अर्जित कर रही है।