भिलाई। योग शिक्षक अनुराधा गणवीर ने आज कहा कि चक्कर आने पर अधिकांश लोग खुद को संभालने में लग जाते हैं। इस कोशिश में अकसर वे गिर जाते हैं। आसपास जो कुछ भी हाथ में आ जाए उसे पकड़कर खुद को संभालने की कोशिश करते हैं और चोट लगा बैठते हैं। यह गलती कभी नहीं करनी चाहिए। वे एमजे कालेज में चल रहे 10 दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर को संबोधित कर रही थीं।अनुराधा ने कहा कि अकसर चक्कर तब आते हैं जब मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह अवरुद्ध होता है। मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। ऐसे में अच्छा यह होता है कि मरीज को लेटा दिया जाए। इससे मस्तिष्क तक रक्त और उसके साथ आक्सीजन पहुंचने लगता है और मूर्च्छा टूट जाती है। यदि आसपास कोई न हो और आपको चक्कर आ रहे हों तो सहारा लेकर पहले बैठ जाएं और फिर लेट जाएं। किसी तरह खुद को खड़ा रखने की कोशिश बिल्कुल न करें क्योंकि यह खतरनाक हो सकता है। यदि गिरते समय सिर में चोट लग जाए तो स्थिति गंभीर भी हो सकती है।
योगाभ्यास का आज तीसरा दिन था। उन्होंने स्ट्रेचिंग और ब्रीदिंग के कई ऐसे आसन और प्राणायाम बताए जिन्हें बैठकर किया जा सकता है। अंत में उन्होंने भ्रामरी प्राणायाम करवाया। शांति पाठ के साथ आज का प्रशिक्षण सत्र सम्पन्न हो गया।