भिलाई। एमजे कालेज की आईक्यूएसी के तत्वावधान में आज उद्यमिता प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। इस कार्यशाला में लोगों को सफाई से जुड़े विभिन्न उत्पादों के निर्माण एवं विपणन का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। कार्यशाला के प्रथम दिवस उद्यमिता के विभिन्न चरणों की जानकारी प्रदान की गई। तीन दिवसीय इस कार्यशाला में 10-10 के बैच में लोगों को हैण्ड्स ऑन ट्रेनिंग दी जाएगी।महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर की प्रेरणा से आयोजित इस कार्यशाला में डीएसए के संचालक देशवीर सिंह अहलूवालिया प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। उन्होंने बताया कि किसी भी उद्योग को प्रारंभ करने के लिए सबसे पहले मानसिक प्रस्तुति की आवश्यकता होती है। क्या करना है तय कर लिया तो शेष जानकारी हासिल की जा सकती है। इस कार्यशाला में साबुन बट्टी, लिक्विड सोप, हैण्ड वॉश, शैम्पू, वाशिंग पाउडर आदि बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन उत्पादों पर प्रत्येक परिवार प्रतिमाह 500 से 1500 रुपए तक खर्च करता है। स्वयं निर्माण करने पर इसमें 80 फीसद तक बचत हो सकती है। वाणिज्यिक निर्माण करने पर इसकी लागत प्रति इकाई और भी कम हो जाती है। इसकी शुरुआत अपने प्राडक्ट्स का स्वयं एवं अपने परिजनों, मित्रों के परिवारों से की जा सकती है।
प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने प्रतिभागियों से कहा कि इस तकनीक को सीखकर वे आगे औरों को भी प्रशिक्षित कर सकते हैं। महाविद्यालय के गोद ग्रामों में इसका प्रशिक्षण देकर वे उन्नत भारत अभियान में अपना योगदान दे सकते हैं।
आरंभ में आईक्यूएसी प्रभारी अर्चना त्रिपाठी ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। सहायक प्राध्यापक दीपक रंजन दास ने अतिथि का परिचय प्रदान किया।