दुर्ग। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए विद्यार्थियों को भौतिक रूप से महाविद्यालयों में उपस्थित होना होगा। इससे पहले प्रायोगिक कक्षाएं भी भौतिक रूप से आयोजित की जाएंगी। परीक्षाओं के लिए विद्यार्थी छोटे-छोटे समूहों में कालेज आएंगे। थ्योरी की परीक्षाएं 23 अगस्त से प्रारंभ होने की संभावना है। परीक्षा आवेदन की अंतिम तिथि 2 अगस्त है। उक्त जानकारी कुलपति डॉ अरुणा पल्टा ने दी। कुलपति सेमेस्टर परीक्षाओं एवं नये शैक्षणिक सत्र पर चर्चा के लिए 138 प्राचार्यों की बैठक ले रही थीं।अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बैठक का एजेण्डा प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि सेमेस्टर परीक्षाओं के सभी 60 नतीजे घोषित किये जा चुके हैं। वार्षिक परीक्षाओं के पहले दो नतीजे घोषित हो चुकें हैं, तथा आगामी 31 जुलाई तक अनेक स्नातकोत्तर कक्षाओं के परिणाम घोषित करने का विश्वविद्यालय प्रशासन तैयारी कर रहा है।
कुलपति ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशों का पालन करते हुए सेमेस्टर परीक्षाएं ब्लेंडेड मोड में आयोजित की जायेंगी। प्रायोगिक परीक्षाओं के लिए परीक्षार्थियों को छोटे-छोटे समूहों में महाविद्यालयों में भौतिक रूप से उपस्थित होंगे। प्रायोगिक कक्षाएं भी छोटे समूहों में आयोजित करने के निर्देश कुलपति ने दियें। असाइंमेंट अथवा आंतरिक परीक्षा भी महाविद्यालय में भौतिक रूप से उपस्थित होकर देनी होगी। थ्योरी परीक्षा आरंभ होने की संभावित तिथि 23 अगस्त 2021 है। विद्यार्थी ऑनलाईन आवेदन पत्र 24 जुलाई से 02 अगस्त तक भर सकेंगे। आवेदन पत्र की हार्ड कॉपी समस्त दस्तावेजों सहित संबंधित महाविद्यालयों में जमा करने की तिथि 03 अगस्त निर्धारित की गई है। डॉ पल्टा ने महाविद्यालयों को यह अधिकार दिया कि वे प्रायोगिक परीक्षाएं अपनी सुविधानुसार सैद्धांतिक परीक्षा के पहले अथवा बाद में सम्पन्न करा सकते हैं।
कुलपति ने 31 अगस्त 2021 तक नैक मूल्यांकन संबंधी आईआईक्यूए जमा करने तथा उसके पश्चात् 45 दिनों के अंदर एसएसआर रिर्पोट जमा करने के भी निर्देश दिए।
महाविद्यालयों को विश्वविद्यालय द्वारा दी गई परीक्षा संबंधी अग्रिम राशि के लंबित समायोजन पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि 31 जुलाई 2021 तक अग्रिम समायोजन न करने वाले महाविद्यालयों की जानकारी उच्च शिक्षा विभाग को प्रेषित कर दी जाएगी। डॉ पल्टा ने उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी किये जाने वाले अकादमिक कैलेण्डर का पूर्ण रूप से पालन करते हुए नये शैक्षणिक सत्र में प्रवेश तथा अन्य गतिविधियों का संचालन सुनिश्चित् करने को कहा।