भिलाई। सशस्त्र सीमा बल के डीआईजी सुधीर कुमार ने आज एमजे कालेज के वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय के बच्चों को सफलता का सूत्र दिया। उन्होंने कहा कि यूजी कोर्स का आरंभ ही वह समय है जब आपको अपना लक्ष्य निर्धारित कर लेना चाहिए और उसपर पूरी निष्ठा के साथ मेहनत शुरू कर देनी चाहिए।उन्होंने बताया कि एसएसबी का राष्ट्रीय सुरक्षा में महत्वपूर्ण स्थान है। एसएसबी में तीन तरीकों से दाखिल हुआ जा सकता है। विभिन्न ट्रेडों के लिए भर्तियां एसएसबी स्वयं प्रक्रिया के तहत करता है। इसके अलावा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (एसएससी) एवं यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) के माध्यम से अधिकारी के रूप में इस बल में शामिल हुआ जा सकता है।
उन्होंने कहा कि एक उम्र होती है जब हम पैकेज और पर्क्स पर ही ज्यादा फोकस कर रहे होते हैं पर एक समय के बाद हमें ऐसा लगने लगता है कि न तो चुनौतियां शेष रही हैं और न ही उपलब्धियों की गुंजाइश। सेना और अर्द्धसैनिक बल आपको निरतंर स्वयं को निखारने का मौका देते हैं। अच्छा करियर बनाने के लिए सदैव ऐसे क्षेत्र का चुनाव करना चाहिए जिसे करने में आपको आनंद और तृप्ति भी मिले। इससे नौकरी बोझ नहीं लगती बल्कि आप उमें आनंद लेने लगते हैं।
एमजे कालेज के वाणिज्य एवं प्रबंध संकाय के विद्यार्थी आज महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर एवं प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे की प्रेरणा से एसएसबी द्वारा आयोजित मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह के विशेष सत्र में शामिल हुए थे। विभाग के सहा. प्राध्यापक दीपक रंजन दास के नेतृत्व में गए इन बच्चों ने डीआईजी एवं अन्य विशिष्ट कर्त्तव्यस्थ अधिकारियों के साथ डीआईजी कक्ष में ही लंबी चर्चा की। इस दौरान बल की महिला सदस्य भी उपस्थित थीं।