भिलाई। पुलवामा हमले की तीसरी वर्षगांठ पर आज एमजे कालेज के ड्रामा क्लब “रंगमंच” ने शहीदों के जीवन पर एक नाटक खेला। नाटक का विषय वस्तु शहीदों के परिवारों के भावों को अभिव्यक्ति देना था। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने कहा कि 14 अगस्त, 2019 को पुलवामा एक भीषण आतंकवादी घटना का साक्षी बना था। जैश के आतंकवादियों ने विस्फोटकों से भरे अपने वाहन से सीआरपीएफ के वाहन को टक्कर मार दी थी। इस हृदयविदारक घटना में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस नाटक में एकता श्रीवास्तव, नवीन दास, आयुषी लिंगैय्या, ट्रिनी चक्रवर्ती, सूरज तिवारी सहित अन्य कलाकारों ने भावपूर्ण भूमिकाएं कीं। रंगमंच के संयोजक सहायक प्राध्यापक दीपक रंजन दास ने कहा कि इस त्वरित नाटक में विद्यार्थियों ने बिना किसी पूर्व तैयारी के भूमिकाएं अदा कीं और छाप छोड़ने में सफल रहे।
महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर ने कहा कि इस तरह के नाटक लोगों में देशप्रेम और राष्ट्र की सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाते हैं। नाटकों के माध्यम से हम शहीदों के परिवार से जुड़कर उनकी भावनाओं को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं। इस अवसर पर आईक्यूएसी प्रभारी अर्चना त्रिपाठी, सांस्कृतिक प्रकोष्ठ की ममता एस राहुल, शिक्षा विभाग की अध्यक्ष डॉ श्वेता भाटिया, सहायक प्राध्यापक शकुन्तला जलकारे, प्रीति यादव, नेहा महाजन, परविन्दर कौर, अमिता, आराधना तिवारी, स्नेहा चन्द्राकर, काजोल दत्ता, तरन्नुम बानो, आदि ने दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि अप्रित की।