दुर्ग। शासकीय डॉ. वावा पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में होली के अवसर पर ‘‘रंगफुहार’’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। महाविद्यालय के नृत्य विभाग द्वारा आयोजित इस समारोह में छात्राओं ने अति उत्साह के साथ भाग लिया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुशील चन्द्र तिवारी ने कहा कि होली जन मानस का त्योहार है, यह भेदभाव मिटाकर सद्भाव फैलाता है।
आप सब भी प्राकृतिक रंगों का प्रयोग करें। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. डीसी अग्रवाल ने सर्वधर्म समभाव दर्शाती कविता का पाठ किया। वहीं योगेन्द्र त्रिपाठी एवं डॉ. रेशमा लाकेश ने गीत प्रस्तुत किया।
विभागाध्यक्ष डॉ. ऋचा ठाकुर ने बताया कि कोविड-काल के कारण पिछले दो वर्षों से होली का उत्साह कम हो गया था किन्तु इस वर्ष स्थिति सामान्य हो रही है और छात्राओं में परीक्षा को लेकर जो भय और संशय है उसे दूर करने एवं उत्साह का संचार करने के लिए रंग-फुहार का आयोजन किया गया है।
छात्राओं ने अनेक नयनाभिराम प्रस्तुतियाँ दीं। शारदा यादव ने राधाकृष्ण की प्रेम-भाव प्रस्तुति, काजल सोनी-जारे हट नटखट को आधुनिक तरीके से प्रस्तुत किया। वहीं निधि और ललिता ने राधा कैसे न जले पर युगल नृत्य किया। नंदिनी ने छत्तीसगढ़ी फाग नृत्य प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर गरिमा सोनबोईर, प्रज्ञा मिश्रा, उर्मिला ने स्वलिखित कविताओं का पाठ किया। प्रगति दुबे ने होली गीत प्रस्तुत किया। अंत में महाविद्यालय के परिसर में छात्राओं ने सूखे रंगों से होली खेलकर पूरे महाविद्यालय को रंगों से भर दिया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्रायें, प्राध्यापक और कर्मचारी उपस्थित थे।