दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग में अभिभावक विद्यार्थी सम्मेलन, संयोजक डॉ मीता चक्रवर्ती के कुशल निर्देशन एवं मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। प्राचार्य एवं पीटीएसए के संरक्षक एवं प्राचार्य डॉ आरएन सिंह ने इस अवसर पर पालक-प्राध्यापक संवाद को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि छात्र हित में यह बेहद जरूरी है कि पालक भी प्राध्यापकों से जीवंत संवाद बनाकर रखें।वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ मंजु कौशल ने कहा कि विद्यार्थियों की समस्याओं को जानना, समझना एवं उनका निराकरण करना इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है। विद्यार्थी निस्संकोच होकर अपनी कठिनाइयों की चर्चा पालक एवं शिक्षकों से कर सकते है। वाणिज्य संकाय के प्रभारी डॉ ओपी गुप्ता ने कहा कि महाविद्यालय के अध्ययन एवं अन्य शैक्षणेत्तर गतिवाधियों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए सभी प्राध्यापक कटिबध्द है।
विज्ञान संकाय प्रमुख डॉ अनुपमा अस्थाना ने पालकों को अपने पाल्यों के साथ जुड़कर उन्हें सकारात्मक दिशा देने एवं अध्ययन के लिए लगातार प्रेरित करने की अपील की। उन्होंने आश्वासन दिया की विद्यार्थी विज्ञान विभाग के किसी भी प्राध्यापक से सीधे जुड़कर अपनी समस्याएं बताएं, उनका निदान किया जायेगा। कला संकाय प्रमुख डॉ राजेन्द्र चौबे ने छात्रों की समस्याएं सुनी तथा कोविड महामारी के दौर में विद्यार्थियों को महाविद्यालय की व्यवस्था से जुड़कर सहयोग प्रदान करने कि अपील की। उन्होंने छात्रों को शिकायत एवं सुझाव पेटी का उपयोग करने की सलाह दी। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ एसएन झा, डॉ सुचित्रा एवं आईक्यूएसी प्रभारी डॉ जगजीत कौर सलूजा ने भी बैठक को संबोधित किया।
अभिभावकों ने भी कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी दी एवं अपने सुझाव एवं विचार रखें तथा महाविद्यालय के साथ संहयोग बनाए रखने का आश्वासन दिया।कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ प्रेरणा कठाने ने किया। बैठक में पीटीए सदस्य डॉ सुकुमार चटर्जी, डॉ मंजू कौशल, डॉ उषा साहू, डॉ भावना माहूले, डॉ नीतू दास एवं डॉ रेखा गुप्ता संहित महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन मनोविज्ञान विभाग की डॉ रचिता श्रीवास्तव ने किया।