भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी भिलाई के कला संकाय द्वारा आयोजित 15 दिवसीय सुगम संगीत गायन कार्यशाला का समापन हो गया। इस कार्यशाला में प्रसिद्ध स्वर शिल्पी दीपेन्द्र हालदार एवं रामचंद्र सर्पे ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया। समापन दिवस पर इन सभी प्रतिभागियों ने प्रस्तुतियां भी दीं। स्वर कोकिला लता मंगेशकर एवं संगीतकार बप्पी लहरी के पुण्यस्मरण में आयोजित इस कार्यशाला का आयोजन 15 फरवरी 2022 से 1 मार्च 2022 तक किया गया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में बीएसपी संस्कृति विभाग के वरिष्ठ कलाकार पीटी उल्लास कुमार एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ी लोकगायक अजय शुक्ला उपस्थित हुए। श्री उल्लास ने अपने उद्बोधन में कहा कि विद्यार्थियों के लिए गायन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन करना महाविद्यालय का एक उल्लेखनीय कदम है। विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी अपनी पहचान बनाना आवश्यक है। संगीत व्यक्ति को मानसिक तनाव से मुक्ति दिलाता है। यह व्यक्तित्व विकास का भी साधन है।
विशेष अतिथि अजय शुक्ला ने कहा कि श्री शंकराचार्य महाविद्यालय की अपनी एक विशिष्ट पहचान है। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए यहां इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं। इसके लिए महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ रक्षा सिंह एवं डॉ जे दुर्गा प्रसाद राव बधाई के पात्र हैं। संगीत और गायन व्यक्ति के शरीर में एक नई ऊर्जा का संचार करता है। विद्यार्थी अगर पढ़ाई करते-करते मानसिक रूप से थक जाएं तो कुछ देर के लिए उन्हें गाना सुनना चाहिए। इससे दिमाग रिफ्रेश हो जाता है जिसका लाभ अध्ययन में मिलता है।
महाविद्यालय की निदेशक एवं प्राचार्य डॉ रक्षा सिंह ने अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि महाविद्यालय विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम शिक्षण के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी आगे बढ़ाने की कोशिश करता रहता है। इन गतिविधियों का लाभ लेकर विद्यार्थी अपने भविष्य को बेहतर बना सकते हैं। ऐसी गतिविधियों से व्यक्तितत्व को पूर्णता मिलती है।
महाविद्यालय के अतिरिक्त निदेशक डॉ दुर्गा प्रसाद राव ने कहा कि महाविद्यालय की कला संकाय द्वारा स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर एवं बप्पी लहरी के स्मरण में यह आयोजन किया गया था। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम शिक्षण के साथ-साथ गायन के क्षेत्र में भी अपनी एक पहचान बनाने की ओर अग्रसर करना था।
कार्यशाला के मुख्य प्रशिक्षक दीपेन्द्र हालदार ने आयोजन की भूरी भूरी प्रशंसा की तथा गायन सीखने वाले सभी प्रतिभागियों की तारीफ की। कार्यशाला संयोजक डॉ जयश्री वाकणकर, समन्वयक डॉ लक्ष्मी वर्मा एवं सह.समन्वयक ज्योति मिश्रा ने कार्यशाला के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यशाला में विद्यार्थियों के साथ ही शहर के संगीत प्रेमियों ने भी भाग लिया।
कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए श्री गंगाजली शिक्षण समिति के चेयरमेन आईपी मिश्रा एवं अध्यक्ष श्रीमती जया मिश्रा ने बधाई एवं शुभकामनायें दी।