दुर्ग। शासकीय डॉ वॉवा पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वय द्वारा साक्षरता सप्ताह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर साक्षरता जागरूकता हेतु रैली निकाली गई। साक्षरता जागरूकता हेतु संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुशील चन्द्र तिवारी ने कहा कि किसी भी देश की साक्षरता की दर बढ़ती है तो वो देश भी तेजी से विकास करता है। साक्षर व्यक्ति खुद के बौद्धिक विकास के साथ-साथ सामाजिक व आर्थिक विकास में भी अपना योगदान देता है।
मुख्य वक्ता डॉ. ऋचा ठाकुर ने कहा कि साक्षरता का सही अर्थ यही है कि स्त्री व पुरूष सभी साक्षर होने का महत्व समझें। शिक्षित होने पर व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है। हर मुश्किल का सामना आसानी से कर सकता है।
अतिथि वक्ता डॉ. रीता गुप्ता साहित्यकार ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत का पूर्ण साक्षर बनाने हेतु सरकार कृत संकल्प है। जिसमें प्रत्येक सदस्य का सहयोग आवश्यक है। साक्षरता से ही समाज का विकास संभव है।
साक्षरता जागरूकता के अंतर्गत पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें प्रथम-रिया बारले, द्वितीय स्थान पर लक्ष्मी साहू रही। रंगोली प्रतियोगिता में प्रगति निषाद प्रथम, पायल साहू द्वितीय एवं नेहा देशमुख तृतीय स्थान पर रही। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त छात्राओं को राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस पर पुरस्कृत किया जावेगा।
कार्यक्रम का संचालन हर्षिता एवं आभार प्रदर्शन डॉ यशेश्वरी ध्रुव ने किया। राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी डॉ. सुचित्रा खोब्रागड़े, सलाहकार समिति के सदस्य डॉ मोनिया राकेश सिंह, ज्योति भरणे एवं अंशु धृतलहरे, नम्रता बंजारे, गीतांजली, ढालेश्वरी, पूजा चेलक आदि छात्रायें उपस्थित रही।रासेयो के सहायक विमल यादव विशेष रूप से उपस्थित रहे।