जंगल में मोर नाचा, किसने देखा? स्टंट को देखने वाले हों, तभी उसका कोई मतलब है. इसलिए स्टंट बाइर्स बीच शहर, व्यस्त सड़कों पर स्टंट दिखाते हैं. कोई तालियां बजा लेता है, कोई दांतों तले उंगलियां दबा लेता है तो कुछ लोग इसके चलते हादसे का शिकार भी हो जाते हैं. दुर्ग पुलिस ने स्टंट बाइकर्स की नब्ज पकड़ ली है. दुर्ग के पुलिस कप्तान डॉ अभिषेक पल्लव मस्तिष्क के ही डाक्टर हैं. उन्हें डोपामिन और एड्रीनालिन के बारे में सबकुछ पता है. उन्हें यह भी पता है कि अपना स्टंट ज्यादा से ज्यादा लोगों को दिखाने के लिए लोग इन्हें सोशल मीडिया पर भी पोस्ट करते हैं. लिहाजा पुलिस अब सोशल मीडिया पर भी नजर रख रही है. एक ऐसे ही स्टंट बाइकर को पुलिस ने पकड़ लिया. उसने व्यस्त सड़कों पर स्टंट किया और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. पुलिस लपक कर उसके पास पहुंची. उसे ट्रैफिक टावर लेकर गए. बताया जाता है कि वहां उससे अपने ढंग से माफी मंगवाई गई. बाइकर ने कान पकड़कर उठक बैठक लगाई और दोबारा व्यस्त सड़क पर स्टंट नहीं करने की कसम भी खाई. पुलिस ने इसके बाद विभिन्न धाराओं के तहत उसका 4200 रुपए का चालान भी काटा. उसने अपना बाइक मॉडीफाई करा रखा था. वैसे पुलिस सड़कों पर लोगों को सुरक्षित रखने के लिए जो कुछ भी संभव है कर रही है. दुपहिया सवारों को हेलमेट और चार पहिया वाहन चालकों को सीट बेल्ट लगाने के लिए प्रेरित कर रही है. साथ ही सड़कों पर घूमने वाले आवारा पशुओं को भी रेडियम कॉलर पहनाया जा रहा है ताकि हल्की रोशनी में भी उनकी उपस्थिति का साफ-साफ पता चले. इसके साथ ही सड़क किनारे पार्क किए गए ऐसे वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है जो न केवल सड़कों की चौड़ाई को कम करते हैं बल्कि अंधेरे में दिखाई भी नहीं देते.
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