दुर्ग. हेमचंद यादव विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित आहार एवं पोषण संबंधी अंर्तमहाविद्यालयीन प्रतियोगिता में मां बहादुर कलारिन कला एवं विज्ञान महाविद्यालय, गुरूर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है. विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक, डाॅ. आरपी अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह के तहत विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों तथा एनएसएस ईकाई के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों हेतु एक विश्वविद्यालय स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित की गई थीं.
उन्होंने बताया कि इन गतिविधियों में कुपोषण से बचाव, विटामिन तथा हरी सब्जियों का महत्व, ग्रामीण अंचलों में खान-पान के प्रति जागरूकता, महिला स्वास्थ्य, षिषु षिक्षण एवं पोषण, खेलकूद का महत्व, जल संरक्षण एवं प्रबंधन तथा आदिवासी क्षेत्रों में महिलाओं एवं बच्चों के लिए पारंपरिक भोजन आदि विषय शामिल थें.
इस प्रतियोगिता के अंतर्गत विभिन्न महाविद्यालयों में सितंबर माह में आहार एवं पोषण पर आधारित गतिविधियों का उल्लेख करते हुए प्रतिभागी महाविद्यालयों ने एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट विश्वविद्यालय में जमा की थीं. कुलपति, डाॅ. अरूणा पल्टा ने निर्णायकों की एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया था. इस निर्णायक समिति के निर्णय के अनुसार इस प्रतियोगिता में मां बहादुर कलारिन कला एवं विज्ञान महाविद्यालय, गुरूर प्रथम स्थान, शासकीय एकलव्य महाविद्यालय, डौंडी लोहारा द्वितीय स्थान, स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको, भिलाई द्वितीय स्थान, शासकीय विज्ञान महाविद्यालय, राजनांदगांव तृतीय स्थान, भिलाई महिला महाविद्यालय, सेक्टर 09 भिलाई तृतीय स्थान हांसिल किये. इसी प्रकार प्रोत्साहन के रूप में प्राप्त महाविद्यालयों में शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग, घनश्याम सिंह आर्यकन्या महाविद्यालय, दुर्ग , कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भिलाई नगर, शासकीय चन्दुलाल चन्द्राकर कला एवं विज्ञान महाविद्यालय, पाटन, शासकीय वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग, काॅन्फ्लूएंस काॅलेज आॅफ एजुकेशन, राजनांदगांव, शासकीय रानी अवंती बाई लोधी महाविद्यालय, घुमका, महंत श्री राम जानकी शरण दास वैष्णव शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पिपरिया, शासकीय उच्चतर महाविद्यालय, दशरंगपुर, इकाई 01, शासकीय उच्चतर महाविद्यालय, दषरंगपुर, इकाई 02, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, कचान्दुर, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, डौंडी ने प्राप्त किया.
डाॅ. अग्रवाल ने बताया कि पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी महाविद्यालयों को अगामी 24 नवंबर को विश्वविद्यालय में आयोजित समारोह में पुरस्कृत किया जायेगा.