भिलाई. रहस्यमय पेट दर्द को लेकर एक महिला ने जिला अस्पताल से लेकर रायपुर के बड़े अस्पतालों तक का चक्कर काट डाला था. कुछ खाते ही पेट में दर्द शुरू हो जाता था. खाना देखते ही मितली आने लगती थी. अंततः मरीज हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल पहुंची जहां उसकी परेशानियां तो खत्म हो गई हैं पर रोग के रहस्य से पर्दा उठना अभी बाकी है. इसके लिए कुछ जांचें और करनी होंगी पर रोगी की माली हालत इसकी इजाजत नहीं दे रही.
51 वर्षीय अहिमन बाई को पिछले कुछ महीनों से एक अजीब परेशानी थी. कुछ खाते ही पेट की ऊपरी हिस्से में, ठीक पसलियों के नीचे भीषण दर्द प्रारंभ हो जाता. कभी कभी दर्द पीठ तक चला जाता. कभी-कभी दर्द काफी देर तक बना रहता. धीरे धीरे स्थिति यह बन गई थी कि भोजन की थाली देखते ही दहशत होने लगती. इधर वजन 70 किलो से गिरकर 30-32 किलो रह गया था. वह अस्पताल दर अस्पताल भटकती रही, कुछ जांचें भी हुईं पर रोग का कारण पकड़ में नहीं आया. अंततः महिला को हाइटेक लाया गया.
गैस्ट्रो विशेषज्ञ डॉ आशीष कुमार देवांगन ने बताया कि जांच करने पर महिला को पैन्क्रियाटाइटिस होना पाया गया. यह आम तौर पर अत्यधिक शराब का सेवन करने वाले या पित्त की थैली में पथरी वालों में पाया जाता है. विटामिन-डी या कैल्शियम की गोली लेने वालों को भी यह समस्या हो सकती है. महिला के रक्त में कैल्शियम की मात्रा अधिक थी. यह स्थिति हाइपरकैल्सीमिया कहलाती है. यह पित्ताशय की पथरी का कारण बन सकता है, हड्डियों को कमजोर कर सकता है, यहां तक कि हृदय और मस्तिष्क की कार्यक्षमता को भी प्रभावित कर सकता है.
डॉ देवांगन ने बताया कि फिलहाल औषधियों से महिला का इलाज किया जा रहा है. अब वह भोजन कर पा रही है और पेट दर्द की समस्या से भी मुक्त हो चुकी है. पर रक्त में कैल्शियम के अधिक होने का सटीक कारण अभी पकड़ में नहीं आया है. इसके लिए कुछ और जांचें करनी होंगी पर मरीज फिलहाल इसके लिए तैयार नहीं है. सही कारणों का पता लगाए बिना मरीज को पूरी तरह रोगमुक्त करना संभव नहीं होगा.