भिलाई। संविधान से ही भारत है. हम सब संविधान के दायरे में रहकर ही श्रेष्ठ नागरिक बन सकते हैं. देश की संसद, राष्ट्रपति कोई भी संविधान से ऊपर नहीं. संविधान ही भारत को प्रजातांत्रिक बनाता है और हमारे प्रतिनिधियों पर ही देश के शासन और संचालन की जिम्मेदारी होती है. माना कि संविधान में अनेक संशोधन हुए हैं, पर यह एक बेहद जटिल प्रक्रिया है. यह संविधान की शुचिता को बनाए रखने में कारगर है.
उक्त उद्गार एमजे कालेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने आज संविधान दिवस पर आयोजित गोष्ठी में व्यक्त किये. उन्होंने कहा कि संविधान हमें अधिकारों के साथ जिम्मेदारियां भी सौंपती है जिनका पालन कर हम अपने लोकतंत्र को सफल बना सकते हैं. उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे संविधान के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानें. इसका लाभ उन्हें विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भी मिलेगा. कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय की डायरेक्टर डॉ श्रीलेखा विरुलकर के निर्देशन में आईक्यूएसी एवं एनएसएस द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था.
एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य डैनियल तमिल सेलवन ने सभी को संविधान दिवस की बधाई देते हुए कहा कि संविधान की जानकारी सभी को होना चाहिए ताकि हम अपनी अधिकारों एवं जिम्मेदारियों का वहन कर सकें.
गोष्ठी में एनएसएस अधिकारी शकुन्तला जलकारे, सहा. प्राध्यापक आराधना तिवारी, प्रेमशंकर एवं विद्यार्थियों ने भी अपने विचार रखे. सभी प्रतिभागियों को संविधान के पालन की शपथ दिलाई गई. कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन सहा. प्राध्यापक दीपक रंजन दास ने किया.