भिलाई. एमजे कालेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने “फील परमार्थम फाउंडेशन” को चार नग ऑइल बेस्ड 13 फिन रूम हीटर एवं एक नग मेडिकल बेड का सहयोग प्रदान किया है. महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर की पहल पर प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे के नेतृत्व में इसे आज अंजाम तक पहुंचाया गया. इस अवसर पर हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के रासेयो समन्वयक डॉ आरपी अग्रवाल भी उपस्थित थे.
रासेयो कार्यक्रम अधिकारी शकुन्तला जलकारे के नेतृत्व में लगभग 20 स्वयंसेवकों की टीम ने आज परमार्थम फाउंडेशन विजिट किया. यहां सड़कों पर कठिनाइयों और खतरों के बीच किसी तरह जी रहे लोगों को सुरक्षा, भोजन, छत और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं. लगभग पांच वर्ष पूर्व इस फाउंडेशन की नींव रखने वाले अमित राज ने बताया कि मानसिक रूप से अस्वस्थ लोगों की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है. कभी वे इन लोगों को भोजन पहुंचाया करते थे. पर वे देखते थे कि इनमें से कुछ लोग अचानक गायब हो जाते हैं. कुछ लोगों के साथ भयंकर हादसे हो जाते हैं. एक बार एक महिला मिली जो ठंड में पूरी तरह जम चुकी थी. चिकित्सा के दौरान उसकी मृत्यु हो गई. तब उन्होंने इस संस्था की नींव रखी.
जिस भवन में आज फील परमार्थम फाउंडेशन काम कर रहा है वह कभी बीएसपी संचालित प्राथमिक शाला हुआ करता था. आज यहा 38 ऐसे लोग हैं जिन्हें परमार्थम के स्वयं सेवक ही रास्ते से उठाकर लाये हैं. इनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है. इनमें से कईयों को इनके घर वालों ने ही सड़क पर छोड़ दिया है. उनकी कोशिश होती है कि इन्हें इनके परिवारों के पास पहुंचा दिया जाए पर अधिकांश लोग कुछ बता ही नहीं पाते.
एमजे कालेज की निदेशक डॉ श्रीलेखा एवं प्राचार्य डॉ अनिल चौबे कुछ समय पहले यहां पहुंचे थे तथा इनकी जरूरतों को समझा था. तभी इसकी योजना बनी थी और आज विवि के एनएसएस समन्वयक डॉ अग्रवाल की उपस्थिति में इन सामग्रियों का हस्तांतरण कर दिया गया. डॉ अग्रवाल ने इस अवसर पर कहा कि मानवता की ऐसी सेवा करने के लिए बहुत साहस की जरूरत होती है. अमित एवं उसके साथ एक अनुकरणीय कार्य कर रहे हैं जिनका हमें सहयोग करना चाहिए. उन्होंने विवि की कुलपति एवं अन्य अधिकारियों को भी यहां लाने की इच्छा प्रकट की.