दुर्ग. शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय कम्प्यूटर साईंस विभाग द्वारा एथिकल हैकिंग विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. प्रथम दिवस के वक्ता निखिल सोनी, मैनेजर व फैक्लटी ऐक्मे एकेडमी ने बताया कि कैसे हैकिंग के माध्यम से किसी अन्य से संबंधित उपकरणों व विभिन्न खातों को बिना उनकी जानकारी के इंटरनेट के माध्यम से लाॅगिन कर डाटा प्राप्त कर सकते है.
उन्होंने विभिन्न प्रकार के हैकर के बारे में भी बताया जिनमें से एथिकल हैकर एक सर्टिफाईड हैकर होते है तथा विभिन्न क्षेत्रों में जैसे बैकिंग, रक्षा एवं आईटी इंडस्ट्रीज में अपनी सेवा प्रदान करते है. वक्ता ने हैकिंग के दुरूप्रयोग से होने वाले दुष्परिणाम व दण्ड के प्रावधान को भी विस्तार से बताया. कार्यक्रम के प्रथम दिवस दिलीप कुमार साहू, विभागाध्यक्ष कम्प्यूटर साईंस विभाग कार्यशाला संयोजक द्वारा मुख्य वक्ता का स्वागत व परिचय दिया गया.
कार्यशाला के दूसरे दिन वक्ता सुमंत सिंग सिनीयर साॅप्टवेयर इंजीनियर ऐमिकस टेक्नोलाॅजी, रायपुर में अपने अनुभवों को साझा करते हुए साॅपटवेयर के क्षेत्र में अवसरों व चुनौतियों के बारे में जानकारी प्रदान की व छात्रों के प्रश्नों का उत्तर दिया.
इसी क्रम में वक्ता कार्तिकेय पाण्डेय डायरेक्टर, एक्मे एकेडमी, रायपुर ने कम्प्यूटर साइंस के क्षेत्र में विभिन्न अवसरों एवं इनकी तैयारी के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की.
इसके पश्चात् कार्यशाला के मुख्य वक्ता निखिल सोनी ने हैकिंग की प्रायोगिक जानकारी प्रदान की व छात्रों को विभिन्न वेबसाइट व टूल्स के माध्यम से एथिकल हैकिंग का प्रायोगिक उपयोग सिखाया तथा इनसे संबंधित जटिलताओं को भी समझाया एवं इससे एक बेहतर रोजगार के अवसर के बारे में बताया. छात्रों बहुत अधिक संख्या में इस कार्यशाला में आॅनलाइन एवं आॅफलाइन माध्यम से प्रोग्राम से जुडे़े.
अंत में लतिका ताम्रकार, सचिव आयोजन समिति ने सभी वक्ताओं का आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम में विभाग के अतिथि व्याख्याता समीर कुमार, ओम प्रकाश, अर्चना पात्रा, दिव्या जासलवाल एवं शिल्पा चंद्राकर ने सहयोग प्रदान किया. कार्यक्रम का संचालन अबीर एवं अभिन्या ने किया. प्रकाश यादव ने कार्यक्रम की व्यवस्था में सहयोग प्रदान किया.
कार्यक्रम में डाॅ. आर.एस.सिंग, डाॅ. कल्पना अग्रवाल, डाॅ. राकेश तिवारी, डाॅ. ज्योति धारकर, डाॅ. स्वागोता बेरा, नीरज यादव उपस्थित थे.