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गर्ल्स कॉलेज में वैल्यु एडेड कोर्स नृत्यांजलि का आयोजन

Jan 27, 2023
Bharat Natyam Girls College Durg

दुर्ग. शासकीय डॉ वावा पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय के नृत्य विभाग द्वारा पन्द्रह दिवसीय नृत्यांजलि वैल्यु एडेड कोर्स आयोजित किया गया. जिसका उदघाटन प्रसिद्ध -कलाकार डॉ. जी. रथीशबाबू (डायरेक्टर-ऑल इंडिया आर्टिस्ट एसोसियेशन नृत्यति कला क्षेत्रम्) द्वारा किया गया. उन्होंने प्रतिभागी छात्राओं को संबोधित करते हुये कहा कि नृत्य शारीरिक और मानसिक दोनों तनाव से मुक्त करता है. नृत्य सीखने की लालसा मन से उत्पन होती है. उन्होंने नृत्य के महत्व को बताया साथ ही गुरु की महिमा को भी बताया.
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुशील चन्द्र तिवारी ने इस अवसर पर कहा कि महाविद्यालय में स्नातक स्तर पर नृत्य विषय के रूप में पढ़ाया जाता है उसे देखकरअन्य संकायों की छात्रायें भी इसके प्रति आकर्षित होती हैं. उन्हीं के लिये यह विशेष कोर्स रखा गया, जिससे कि भरतनाट्यम की आधारभूत जानकारी उन्हें मिल सके.
नृत्यांजलि की संयोजक डॉ. ऋचा ठाकुर ने बताया कि 80 छात्राओं ने इस में पंजीयन कराया. इस कोर्स में प्रायोगिक रूप से उन्हें भूमि प्रणाम, शिवस्तुति, शिरोभेद, दृष्टिभेद, ग्रीवाभेद तथा हस्त मुद्रा के श्लोकों के साथ-साथ प्रमुख अड़वु सिखाये गये.
इसके अतिरिक्त नृत्य के सैद्धांतिक पक्ष की सामान्य जानकारी देने अतिथि व्याख्यान भी कराये गये. डॉ. मेदिनी होम्बल ने कैरियर इन डांस, डॉ. भारती सेठी ने एक नर्तक के लिए आवश्यक पौष्टिक आहार, डॉ. शमा हमदानी ने नृत्य के मनोवैज्ञानिक असर पर सारगर्भित व्याख्यान दिये. पूर्व छात्रा शारदा यादव ने पाश्चात्य शैली के लॉकिंग-पॉकिंग एवंअनामिका मिश्रा ने नृत्य में कोरियोग्राफी पर छात्राओं को स्टेप्स सिखाये, डॉ. स्वप्निल कर्महे ने नृत्य के विकास पर चर्चा की तथा कथक के आमद, ठुमरी और तत्कार का प्रदर्शन किया. सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉ. सुमन मिश्र ने रस-साहित्य और नृत्य के संबंध पर अपनी बात रखी.
अलग-अलग संकाय की छात्राओं अपने इस अनुभव को साझा किया. विज्ञान संकाय की पूजा, कला संकाय की तनु कटारिया, गृहविज्ञान की ऋतु बेलेन्द्रे एवं वाणिज्य की आयुषी देशमुख ने कहा कि शास्त्रीय नृत्य सीखने से मानसिक-शारीरिक शांति मिलती है. हम अपनी परंपरा से भी जुड़ते है. साथ ही इससे व्यक्तित्व विकास में सहयोग मिला है.
कोर्स के समापन में वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. डी.सी. अग्रवाल ने छात्राओं की मेहनत की भूरि-भूरि प्रशंसा की. प्राचार्य ने आगे भी ऐसे कोर्स चलाने की अनुशंसा की. सभी प्रतिभागी छात्राओं ने सामूहिक भूमि वंदना, मंगल श्लोक तथा अड़वुओं का प्रदर्शन किया. अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया.

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