बिलासपुर. एसईसीएल को 16वें वाटर डाइजेस्ट वर्ल्ड वाटर अवार्ड्स 2023 के अंतर्गत पब्लिक सेक्टर श्रेणी में कंपनी को सर्वश्रेष्ठ जल प्रबंधन का पुरस्कार प्रदान किया गया है। नई दिल्ली में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने यह पुरस्कार प्रदान किया। एसईसीएल द्वारा कोयला खदानों से निकले जल को शोधित कर लोगों को उपयोग के लिए उपलब्ध कराया गया है। एसईसीएल के प्रतिनिधि मंडल में मानस साहू मुख्यप्रबंधक सिविल उपस्थित थे।
वर्ष 22-23 में फरवरी’23 तक लगभग 735.07 लाख किलोलीटर पानी एसईसीएल के विभिन्न खदानों से निकला है। इसमें से लगभग 262.26 लाख किलोलीटर पानी को स्थानीय लोगों को प्रदाय किया गया। इस जल से 142 गांवों की लगभग 61 हजार आबादी लाभान्वित हुई है। इसमें से 25.70 लाख किलोलीटर पानी का पेयजल के रूप में इस्तेमाल हुआ जबकि 236.56 लाख किलोलीटर पानी का 2,852 एकड़ की सिंचाई में उपयोग किया गया।
एसईसीएल खदान से निकलने वाले पानी के उपचार के लिए खुली खदानों में सेडिमेंटेशन टैंक, सेटलिंग तालाब बना रही है जो वॉटर रिचार्ज बेसिन के रूप में काम करते हैं। 17 रियल टाइम इफ्लुएंट मॉनिटरिंग सिस्टम की मदद से जल की गुणवत्ता की लगातार जांच की जाती है। प्रतिदिन पिपरिया भूमिगत खदान से निकले 21.60 लाख गैलन पानी को उपचारित कर पिपरिया और सिमरिया गावों तक पहुंचाया जा रहा है। वहीं उमरिया भूमिगत खदान से प्रतिदिन निकलने वाले 28.80 लाख गैलन पानी को उपचारित कर जमुनिया, सरहाटोला, लालपुर, बिलाईकाप जैसे गांवों की लगभग 5000 आबादी को पीने और सिंचाई के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है।