दुर्ग। शास. डाॅ. वावा पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विश्व रेडक्राॅस दिवस का आयोजन किया गया।
विश्व रेडक्राॅस अपने सिद्धांतों, मिशन और गतिविधियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, संकट के समय में मानवता, करूणा और एकजुटता के महत्व की याद दिलाता है। यह मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने में निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालता है।
प्रभारी प्राध्यापक डाॅ. रेशमा लाकेश ने यूथ रेडक्राॅस समिति के वर्ष भर यूथ-रेडक्राॅस गतिविधियों की जानकारी दी। टीम रेडक्राॅस ना सिर्फ महाविद्यालय स्तर पर परन्तु आस-पास के क्षेत्रों में भी अनेक उपयोगी कार्य करता है, जिसमें सौ आंगनबाड़ियों में निरंतर, मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य, आहार से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम का संचालन साथ ही वृद्धा आश्रम एवं विशेष बच्चों के विद्यालयों में भी उपयोगी कौशल शिक्षण कार्यक्रम भी शामिल है।
महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. सुशील चन्द्र तिवारी ने बताया कि महाविद्यालय में रेड क्राॅस सेंटर संचालित है जहाँ नियमित रूप से स्थानीय चिकित्सक अपनी सेवायें प्रदान करते हैं साथ ही मानसिक स्वास्थ्य हेतु शासकीय काउन्सलर उपलब्ध है जो छात्राओं का मार्गदर्शन करती है।
यूथ रेडक्राॅस स्वयं सेवकों को रेड-टीशर्ट एवं कैप प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया जाता है। महाविद्यालय की सभी नियमित छात्राओं को मेडीकल कार्ड प्रदान किया गया है, जिसमें उनकी नियमित जाँच का रिकार्ड रखा जाता है।
मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य सेवा वाहन द्वारा नियमित छात्राओं एवं स्टाॅफ का स्वास्थ्य परीक्षण कर निःशुल्क दवायें प्रदान की जाती है।
महाविद्यालय का यूथ रेडक्राॅस अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत हुआ है। उन्होंने यूथ रेडक्राॅस स्वयं सेवकों को उनके निष्पक्ष एवं स्वैच्छिक सेवाओं के लिए बधाई दी।
इस अवसर पर रेडक्राॅस के इतिहास, महत्व एवं सिद्धांतों की जानकारी प्रदान करने के लिए चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।