राजनांदगांव. कॉन्फ्लूऐंस महाविद्यालय में यूथ रेड क्रॉस सोसायटी द्वारा वर्ल्ड रेड क्रॉस डे पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन कराया गया जिसमें व्याख्याता के रूप में डॉ. विकास अग्रवाल(सुंदरा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल) उपस्थित थे. उन्होंने बताया कि नियमित रक्तदान करने से कैंसर सहित अन्य बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है। रक्तदान से सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि हमारे शरीर का वजन, ब्लड प्रेशर, हिमोग्लोबिन, एचबीएसएजी, एचसीवी, वीडीआरएल, मलेरिया आदि जांचे हो जाती है.
उन्होंने कहा कि 18 से अधिक आयु के लोग जिनका वजन 50 किलोग्राम से अधिक है वह रक्तदान कर सकते हैं. नियमित अंतराल अर्थात 3 महीने बाद रक्तदान करते रहने से हमारे शरीर में आयरन की मात्रा संतुलित रहती है और हृदयघात की संभावना नहीं रहती है. यूथ रेड क्रॉस प्रभारी धनंजय साहू ने रक्तदान के महत्व को बताते हुए कहा कि रक्त का निर्माण किसी फैक्ट्री में नहीं हो सकता. आकस्मिक रूप से हुई दुर्घटना में घायल और गंभीर रूप से पीड़ितों के जीवन बचाने के लिए दान किया गया रक्त ही काम आता है अतः में रक्तदान के लिए तत्पर रहना चाहिए.
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रचना पांडे ने कहा कि रक्तदान का महत्व हमें तब समझ आता है जब हमारा कोई अपना जिंदगी और मौत के बीच में जूझ रहा होता है हमारे रक्तदान से कई लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती है.
महाविद्यालय के संचालक डॉ मनीष जैन, संजय अग्रवाल और आशीष अग्रवाल ने संयुक्त रूप से कहा कि रक्तदान को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को दूर किए जाने की जरूरत है इसके लिए युवा इकाई को सतत रूप से प्रयास करना चाहिए.