भिलाई। सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए एक युवक की हाईटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल में सर्जरी की गई. हादसे में युवक के बांह तथा जांघ की हड्डी तो टूटी ही थी, पेल्विस (श्रोणि) में भी फ्रैक्चर हो गया था. पेल्विस की सर्जरी एक उच्च जोखिम वाली सर्जरी होती है जिसे बहुत कम अस्पतालों में किया जाता है. हाइटेक में युवक की सर्जरी कर दी और यह पूरी तरह सफल रही.
हाइटेक के अस्थि रोग विशेषज्ञ एवं जोड़ प्रत्यारोपण सर्जन डॉ राहुल ठाकुर ने बताया कि 22 वर्षीय युवक शिशिर 26-27 दिसम्बर की रात एक हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया था. घायल शिशिर को जनवरी में हाइटेक अस्पताल में भर्ती किया गया. जांघ एवं बांह के अलावा उसके सिर पर भी जख्म थे. पर सबसे बड़ी चुनौती पेल्विस फ्रैक्चर की थी.
डॉ ठाकुर ने बताया कि पेल्विक फ्रैक्चर को मानव शरीर में सबसे जटिल फ्रैक्चर में से एक माना जाता है. यह न केवल मरीज के कंकाल तंत्र को प्रभावित करता है बल्कि आसपास के अंगों को भी बहुत नुकसान पहुंचा सकता है. सर्जरी के दौरान विशेष रूप से वैस्कुलर सिस्टम एवं ब्लैडर को क्षति पहुंचने का खतरा रहता है. चूंकि पेल्विक एरिया में कास्ट लगाना मुश्किल होता है, इसलिए फ्रैक्चर के इलाज के लिए सर्जरी के साथ ही टोटल बेड रेस्ट की सलाह दी जाती है.
डॉ ठाकुर ने बताया कि युवक की बांह के फ्रैक्चर के लिए प्लेट लगाए गए जबकि जांघ की हड्डी को स्थिर करने के लिए रॉड लगाने की जरूरत पड़ी. पेल्विस को भी प्लेट लगाकर रिपेयर किया गया. बांह और पेल्विस के घाव पूरी तरह भर चुके हैं. जांघ की चोट में संक्रमण हो गया था जिसके लिए मरीज को पांचवे महीने में एक बार फिर अस्पताल दाखिल करना पड़ा. अब मरीज पूरी तरह ठीक है.