भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में जातिगत विकास समिति व आइक्यूएसी के संयुक्त तत्वाधान में विश्व आदिवासी दिवस पर अभिव्यक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया गया. महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा परिवर्तन एक प्रक्रिया है जिसमें संपूर्ण समाज उसकी आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक और भौतिक संरचना के साथ ही मूल्य प्रणाली और लोगों के जीवन जीने का तरीका शामिल है।
कार्यक्रम की प्रभारी उप प्राचार्य डॉ. अजरा हुसैन ने कहा जनजाति तथा विशेष पिछड़ी जनजाति क्षेत्र को समाज की मुख्य धारा से जोड़ते हुए समाज के अन्य क्षेत्रों के समक्ष लाना विशेष पिछड़ी जनजाति समूह का उत्थान कर उन्हें अन्य जनजाति वर्गों के समक्ष लाना जनजाति की परंपरा संस्कृति को पाठ्यक्रम में स्थान देना जनजाति महिलाओं के लिए के लिए कोऑपरेटिव सोसाइटी का गठन करना।
इस अवसर पर अपने विचारों को अभिव्यक्त करते हुए बीसीए द्वितीय वर्ष के छात्र कुलदीप सिंह ने कहा आदिवासियों के उत्थान के लिए सरकार द्वारा विभिन्न अनुच्छेद में पंचायतों में अनुसूचित जनजातियों के लिए सीटों का आरक्षण प्रदान करना लोकसभा में अनुसूचित जनजातियों के लिए सीटों का आरक्षण राज्यों की विधानसभाओं में अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षण प्रदान करना है।
बीसीए द्वितीय वर्ष के छात्र ऋषि राजपूत ने कहा आदिवासी समुदायों को मुख्य धारा में लाने के लिए यह स्वीकारने की आवश्यकता है कि वन भूमि उनके आजीविका का प्राथमिक स्रोत है आदिवासी विकास के लिए अनुसूचित जनजातियों के लड़के लड़कियों के लिए छात्रावास, लड़कियों के बीच शिक्षा का सुदृढ़ीकरण, छात्रों हेतु मेट्रिकोत्तर छात्रवृत्ति, छात्रों की प्रतिभा उन्नयन हेतु सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं।
बीकॉम तृतीय वर्ष की छात्रा सेजल चंद्राकर ने कहा जनजाति की परंपरागत संस्कृति को पाठ्यक्रम में स्थान देना जनजाति महिलाओं के लिए को-ऑपरेटिव सोसाइटी का गठन कर विभिन्न प्रशिक्षण योजनाओं के माध्यम से रोजगार के कौशल उन्नयन रोजगार एवं स्वरोजगार योजनाओं के माध्यम से आर्थिक विकास के साधन उपलब्ध कराना।
बीकॉम तृतीय वर्ष की छात्रा यशी चंद्राकर ने कहा आदिवासी कल्याण के लिए एनएससी एफडीसी की प्रमुख योजनाएं टर्म लोन ,आदिवासी महिला सशक्तिकरण योजना ,अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के लिए विशेष योजना ,आदिवासी शिक्षा ऋण योजना, शिक्षा विभाग योजना, स्वयं सहायता समूह के लिए माइक्रो केंद्रित योजना जिसमें अनुसूचित जनजातियों को इसके सदस्य के रूप में शामिल किया गया आदिवासी वनवासी सशक्तिकरण योजना बीकॉम तृतीय वर्ष की छात्रा पल्लवी ठाकुर ने आदिवासी विकास की योजनाओं प्रकाश डालते बताया अनुसूचित जनजाति की लड़कियों लड़कों हेतु छात्रावास लड़कियों के बीच शिक्षा का सुदृढ़ीकरण अनुसूचित जनजाति के छात्रों की प्रतिभा और लायन छात्रावास की व्यवस्था सरकार द्वारा की गई है।
महाविद्यालय के सी ओ ओ डॉ .दीपक शर्मा ने कहा विश्व आदिवासी दिवस पर इस तरह के कार्यक्रम से जागरूकता फैलाई जा सकती है। शंकराचार्य कॉलेज ऑफ नर्सिंग की सीओओ डॉ मोनिशा शर्मा ने विश्व आदिवासी दिवस की बधाई देते हुए कहा इनका अपना एक निश्चित भौगोलिक क्षेत्र होता है इनकी अपनी संस्कृति जनजातियां और विश्वास व्यवस्था होती है।
शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. पूनम निकुम्भ ने कला, जीवन शैली,वेशभूषा और सांस्कृतिक विविधताओं को समेटे हुए आदिवासी भाई बहनों को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं दी इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया कार्यक्रम का सफल संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ दुर्गावती मिश्रा द्वारा किया गया।