भिलाई. लगभग चार दशक पूर्व भिलाई इस्पात संयंत्र के सौजन्य से प्रारंभ हुए मेटलर्जिकल म्यूजिक मेकर्स (ट्रिपल-एम) ने रविवार की शाम नेहरू नगर सियान सदन में समा बांध दिया. बॉलीवुड के गोल्डन एरा के गीतों की खूबसूरत प्रस्तुतियों में ट्रिपल एम के संस्थापक ज्ञान चतुर्वेदी और संस्थापक सदस्य किरण भिड़े ने बेहतरीन प्रस्तुतियां दीं. इस समूह की स्थापना भारत रूस मैत्री संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए किया गया था.
किरणजी लगभग 28 साल बाद अल्पप्रवास पर अपने गृहनगर भिलाई पहुंची थीं जहां उनके पिता भिलाई इस्पात संयंत्र में सेवारत थे. स्कूली जीवन से ही उन्होंने गायन शुरू कर दिया था और जब ट्रिपल-एम की नींव पड़ी तो वे उसमें शामिल हो गईं. इस टीम ने भिलाई सहित देशभर में 50 से भी ज्यादा प्रस्तुतियां दी थीं. किरणजी ने ‘आएगा आने वाला’, ‘मोह मोह के धागे’, ‘सलोना सा सजन है.. और मैं हूं’ जैसे कालजयी गीतों की खूबसूरत प्रस्तुतियां दीं. आज की शाम उन्हीं को समर्पित थी. ट्रिपल-एम के अन्य फाउंडर सदस्य डॉ रुचिर भटनागर कुछ विलंब से पहुंचे और पुराने साथी को गले से लगा लिया.
इसके अलावा ट्रिपल-एम के नए संस्करण के संयोजक ज्ञान चतुर्वेदी, अलका शर्मा, संजय मोरे, अजय लोंधे, श्याम शेखर, राकेश एवं अनुजा झा, राजेन्द्र जोगलेकर, दीपक रंजन दास, सतीश जैन, भागवत टावरी, श्रीमती आर्या ने भी अपनी प्रस्तुतियों से सजाया.
इस कार्यक्रम का आयोजन ज्येष्ठ नागरिक मंच के अध्यक्ष जी.व्ही. चाओजी के सौजन्य से किया गया था.
इस अवसर पर ज्येष्ठ नागरिक मंच एवं ट्रिपल-एम के संरक्षक एवं भिलाई इस्पात संयंत्र के पूर्व प्रबंध निदेशक वीके अरोरा ने सपत्नीक उपस्थित रहकर कार्यक्रम का आनंद लिया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि वे दोनों ही संस्थाओं से जुड़े हुए हैं और आज उन्हें खुशी है कि परिवार के साथी इतने दिनों बाद एक साथ एक मंच पर प्रस्तुति दे रहे हैं. श्रीमती किरण ने तीन दशक पूर्व ही भिलाई छोड़ दिया था और पुणे में जा बसी थीं. पर ट्रिपल एम और भिलाई इस्पात संयंत्र से जुड़े उनके पिता की यादें आज भी उनके दिल के करीब हैं. कार्यक्रम में ज्येष्ठ नागरिक मंच के 70 से अधिक श्रोताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.