भिलाई। भयंकर सिरदर्द की शिकायत लेकर एक महिला हाइटेक सुपरस्पेशालिटी पहुंची. अलग-अलग क्लिनिकों और अस्पताल में इलाज के बाद भी जब उसे कोई आराम नहीं मिला तो उसे यहां लाया गया था. वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ नचिकेत दीक्षित ने तत्काल मरीज के मस्तिष्क की एमआरआई करवाई जिससे उसके टीबी मेनिन्जाइटिस ग्रस्त होने की पुष्टि हो गई. सही इलाज के बाद अब उसकी हालत तेजी से सुधरी और उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.
डॉ दीक्षित ने बताया कि मेनिनजाइटिस एक घातक संक्रमण है जिसमें आपके मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के आसपास की सुरक्षात्मक झिल्ली, जिसे मेनिन्जेस कहा जाता है, सूजन हो जाती है. यह सूजन तंत्रिका तंत्र के सामान्य कामकाज को बाधित कर सकती है, जिसकी गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं. इस मामले में मरीज गुप्त तपेदिक की भी शिकार थी. इसके लक्षण आम तौर पर सामने नहीं आते. पर मेनिन्जाइटिस के साथ मिलकर ये गंभीर समस्या पैदा कर सकते हैं. समय पर सही निदान न होने की स्थिति में जीवन को जोखिम होता है.
गंभीर अवस्था में हाइटेक पहुंची टीबी-मेनिन्जाइटिस की मरीज, स्वस्थ होकर लौटी
मरीज को जब अस्पताल लाया गया तो न केवल उसके सिर में भयंकर दर्द और भारीपन था बल्कि वह एकदम सुस्त थी. विभिन्न जांचों द्वारा रोग की पुष्टि के बाद औषधियों द्वारा ही मरीज का पूर्ण इलाज किया गया. पहले उसे आईसीयू में इंटेंसिविस्ट डॉ श्रीनाथ की देखरेख में रखा गया. मरीज को वार्ड शिफ्ट करने के बाद भी डॉ मोना पॉल एवं डॉ नचिकेत लगातार उसकी निगरानी करते रहे. पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.