भिलाई। एमजे ग्रुप ऑफ एजुकेशन की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर की पुस्तक ‘नेपाल-यहां संरक्षित है सनातन’ का विमोचन उत्तराखंड से पधारे प्रो एससी बागड़ी के करकमलों से संपन्न हुआ. प्रो. बागड़ी भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय से संबद्ध आआईआईटीएम के बोर्ड सदस्य तथा नैक पीयर टीम के चेयरमैन तथा गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में पर्यटन अध्ययन विभाग के पूर्व प्रमुख हैं.
यह पुस्तक दरअसल एक यात्रा संस्मरण है. कुछ समय पूर्व डॉ श्रीलेखा अपने परिवार के साथ नेपाल प्रवास पर थीं. इस दौरान उन्होंने वहां जो कुछ देखा, समझा और सुना उसे ही इस पुस्तक में समेटने की कोशिश की गई है. यह पुस्तक नेपाल यात्रा की योजना बना रहे लोगों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हो सकती है. पुस्तक में विभिन्न स्थलों की खूबसूरत तस्वीरों का भी समावेश किया गया है.
प्रो. बागड़ी ने कहा कि हम सभी पर्यटन करते हैं पर बहुत कम लोग उसे किसी खास नजरिये से देखते हैं और पन्नों पर उतारने की हिम्मत करते हैं. पर्यटन साहित्य से लोगों को न केवल नए स्थानों के बारे में समग्र जानकारी प्राप्त होती है बल्कि इससे पर्यटन की नई संभावनाओं को भी बल मिलता है.
विमोचन के अवसर पर एमजे कालेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे, एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य प्रो. डैनियल तमिल सेलवन, एमजे कालेज ऑफ फार्मेसी के प्राचार्य डॉ दुर्गा प्रसाद पण्डा एवं सभी फैकल्टी मेम्बर्स उपस्थित थे.