भिलाई। मां शारदा सामर्थ्य चैरिटेबल ट्रस्ट ने आज विश्व महिला दिवस के अवसर पर शहर की विदूषी महिलाओं का सम्मान किया। इनमें श्रीशंकराचार्य महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ रक्षा सिंह, स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला, शंकरा विद्यालय सेक्टर-10 की प्राचार्य वी कल्पना, ग्लोरिया मिंज, पूर्व न्यायाधीश मैत्रेयी माथुर, माइल स्टोन स्कूल की प्राचार्य एवं मनोविज्ञानी डॉ ममता शुक्ला शामिल थीं। इन सभी महिलाओं का सम्मान मोतियों की माला, शाल व पगड़ी से किया गया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए मां शारदा सामर्थ्य चैरिटेबल ट्रस्ट के संयोजक डॉ संतोष राय ने कहा कि इन महिलाओं ने अपने अपने क्षेत्र में असामान्य उपलब्धियां हासिल की हैं और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रयत्नशील हैं। इन सभी का सम्मान ट्रस्ट के सदस्यों ने किया। सम्मानित अतिथियों ने इसके बाद अंजू राजपूत, ईशा तोलानी, अनिता लूनिया, अंजलि सूर, मीना सिंह, निवेदिता साहू, प्रभा गुप्ता, प्रतिभा शर्मा, निशा भोयल, संगीता मिश्रा, रूमा भट्टाचार्य, रानी नंदिनी, डॉ मानसी गुलाटी, मलय जैन, श्वेता भहोबिया, भिलाई महिला महाविद्यालय के शिक्षा संकाय की अध्यक्ष डॉ मोहना सुशांत पंडित, तलत शेख, श्रद्धा पुरेन्द्र साहू, प्रतिभा खिचरिया, बी पोलम्मा आदि का सम्मान किया। इस अवसर पर ट्रस्ट के सदस्य डॉ मिट्ठू, सीए प्रवीण बाफना, बिपिन बंसल, फजल फारूकी, रौनक जमाल, डॉ मिट्ठू, मारिया रिजवी, आदि मौजूद थे।
स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय के विद्याथिर्यों ने इस अवसर पर आजादी की थीम पर एक नृत्यनाटिका प्रस्तुत किया। इसमें फांसी, गांधीजी का चरखा आंदोलन और अंत में अंग्रेजी हुकूमत का पतन और तिरंगे का शान से लहराने का दृश्य प्रभावकारी थी।
शारदा सामर्थ्य ट्रस्ट ने की काजल की मदद
डॉ संतोष राय ने इस अवसर पर मां शारदा सामर्थ्य चैरिटेबल ट्रस्ट की गतिविधियों को रेखांकित करते हुए सीएमए की छात्रा काजल साव को प्रस्तुत किया। काजल की शिक्षा का खर्च ट्रस्ट उठा रहा है। काजल ने इस अवसर पर कहा कि वह ट्रस्ट की ऋणी है और वायदा करती हैं कि जब वे स्वयं रोजगार करने लगेंगी तो आगे और भी लोगों को शिक्षा के लिए मदद देंगी।