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गंजेपन से छुटकारा दिलाएगी लेटेस्ट तकनीक

Nov 4, 2014

Dr-Bharat-Chawdaभिलाई। अपोलो बीएसआर अस्पताल में गंजापन दूर करने की अत्याधुनिक तकनीक पीआरपी भी अब उपलब्ध हो गई है। एफयूई तकनीक से बालों का प्रत्यारोपण यहां काफी समय से सफलतापूर्वक किया जा रहा है। झड़ते बालों की समस्या को कम करने तथा बालों को दोबारा उगाने की सभी तकनीकें यहां सफलतापूर्वक उपयोग में लाई जा रही हैं। अपोलो बीएसआर के डर्मेटोलॉजिस्ट (त्वचा रोग विशेषज्ञ) डॉ भरत चावड़ा बताते हैं कि अनुपयोगी से लगने वाले बाल हमारे व्यक्तित्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ये हमारे मस्तिष्क के तापमान को नियंत्रित करने का काम तो करते ही हैं साथ ही हमारे चेहरे एवं पूरे व्यक्तित्व को खूबसूरती भी प्रदान करते हैं। पर अनेक कारणों से बाल असमय झडऩे लगते हैं और देखते ही देखते पहले माथा चौड़ा होता है और फिर गंजापन आ जाता है। पर अब चिकित्सा विज्ञान ने इसका कारण और हल दोनों ढूंढ लिया है। अपोलो बीएसआर में ये सभी सुविधाएं मौजूद हैं।
क्यों झड़ते हैं बाल
डॉ चावड़ा बताते हैं कि बालों का असमय झडऩा कई कारणों से हो सकता है। पुरुषों में जहां जेनेटिक और हार्मोनल वजहों से बाल झडऩे लगते हैं वहीं महिलाओं में जेनेटिक बदलावों के अलावा, मानसिक तनाव, लौह तत्व की कमी, एमाइनो एसिड, कॉप तथा जिंक के असंतुलन से भी बाल झड़ सकते हैं। हाइपर थायरॉयड से भी बाल सूख कर झडऩे लगते हैं।
कैसे किया जाता है इलाज
hair-transplantबालों का झडऩा रोकने तथा गंजापन दूर करने के लिए मेडिकल, सर्जिकल एवं नॉनसर्जिकल तीनों तकनीकें उपलब्ध हैं। एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया (एजीए) में सबसे ज्यादा समय तक इलाज चलता है जिसमें मरीज को खाने और लगाने की दवा दी जाती है। महिलाओं में बाल झडऩे की समस्या यदि हार्मोंस की वजह से हो तो उन्हें हार्मोन की गोलियां भी दी जाती हैं।
बालों का सर्जिकल प्रबंधन
डॉ भरत चावड़ा बताते हैं कि गंजापन दूर करने का सबसे अच्छा तरीका इसका सर्जिकल ट्रीटमेंट है। इसमें दो अत्याधुनिक तकनीकें अपोलो बीएसआर में उपलब्ध हैं। इनमें फॉलीक्यूलर यूनिट एक्सट्रैक्शन (एफयूई) तथा प्लेटलेट रिच प्लाज्मा (पीआरपी) तकनीकें शामिल हैं। इनमें से एफयूई तकनीक ज्यादा विश्वसनीय है और सफलता का प्रतिशत काफी ज्यादा है।
फॉलीक्यूलर यूनिट एक्सट्रैक्शन (एफयूई) हेयर ट्रांसप्लाटेंशन
इनमें से पहला है फॉलीक्यूलर यूनिट एक्सट्रैक्शन (एफयूई) तकनीक जिसके तहत कान के पीछे से लेकर सिर के पीछे के भाग से बालों को जड़ समेत निकाल लिया जाता है तथा उन्हें गंजे हो रहे हिस्से में प्रत्यारोपित किया जाता है। इस तकनीक में मशीन द्वारा एक या दो हेयर फॉलीकल्स को सिर के पीछे से निकाला जाता है। इस तरह से जरूरत के हिसाब से मरीज के 1000 से 2000 फॉलीकल्स निकाले जा सकते हैं। इन्हीं बालों को गंजेपन वाली जगहों पर लगाया जाता है। यह बाल प्राकृतिक तरीके से ही उगते हैं तथा इनकी कटिंग, शेविंग, डाई कलरिंग की जा सकती है।
उन्होंने बताया कि यह तकनीक बहुत विश्वसनीय है तथा गंजापन रोकने का स्थायी तरीका भी है। डॉ चावड़ा ने बताया कि सिर के पीछे की तरफ के बालों को हम नॉन हारमोनल हेयर कहते हैं। इन बालों की जड़ों में कोई रिसेप्टर 5-अल्फा रिडक्टेस एंजाइम नहीं होता जिसकी वजह से मेल हारमोन इससे चिपक नहीं पाते। यह एन्जाइम बालों को पतला कर उन्हें झड़ाने का प्रमुख कारक है। सिर के ऊपर के भाग के बालों की जड़ों में ये रिसेप्टर्स होते हैं। यही वजह है कि सिर के ऊपर के बाल जल्दी झड़ते हैं।
प्लेटलेट रिच प्लाज्मा (पीआरपी) तकनीक
hair-transplant1इस थेरेपी को वैंपायर थेरेपी भी कहते हैं। इस थेरेपी से बिना किसी सर्जरी के सुरक्षित तरीकों से बाल उगाने में मदद मिल सकती है। इस थेरेपी के लिए मरीज के शरीर से खून निकाल कर प्रोसेस किया जाता है। रक्त में से प्लेटलेट्स प्लाज्मा अलग कर इसे सिर के गंजे हो चुके भाग में सूक्ष्म सुई की मदद से डाला जाता है। इससे कम बाल वाली त्वचा पर तेजी से बाल उगते हैं। इस पद्धति में रोगी को सर्जरी नहीं करानी पड़ती तथा इलाज का कोई निशान भी नहीं रहता। इससे त्वचा को कोई नुकसान नहीं पहुंचता और एजिंग जैसी कोई समस्या भी नहीं होती। दुनिया भर मेें किए गए शोधों में इसका अब तक कोई साइड इफेक्ट सामने नहीं आया है।
मेसोथेरेपी तकनीक
कई बार बाल उगने तो बंद हो जाते हैं किन्तु इसकी जड़ें फॉलिकल्स कमजोर होकर बनी रहती हैं। मेसोथेरेपी के दौरान खोपड़ी की त्वचा पर विटामिन और प्रोटीन को सुई की मदद से डाला जाता है। इससे हेयर फॉलिकल्स को ठीक कर दोबारा बाल उगाने की कोशिश की जाती है।
नॉन सर्जिकल हेयर वीविंग
यह नॉन सर्जिकल तकनीक है जिसमें असली बालों का उपयोग किया जाता है। इन्हें गंजेपन के आकार के हिसाब से तैयार किया जाता है तथा सिर पर चिपका दिया जाता है। इसकी देखभाल सामान्य बालों की तरह किया जाता है। शैम्पू किया जा सकता है। मोटे कंघे से कंघी की जा सकती है। सिने जगत के कई जाने पहचाने कलाकारों ने हेयर वीविंग कराई है।

3 thoughts on “गंजेपन से छुटकारा दिलाएगी लेटेस्ट तकनीक”
  1. हमारे बाल आगे से बहुत खराब हो चुकेहै पतले होकर गिर गये टुटते है कय उपय हौ सर जि

  2. हमारे बाल आगे से बहुत खराब हो चुकेहै पतले होकर गिर गये टुटते है कय उपय हौ सर जि हमारा मोबाईल नम्बर है 00966554894916

  3. सर मेरे बाल ५०% झड चूके है गंजापन आ गया है कुछ उपाय बताए ०८९२३६१६८२३ अब भी बहुत झडते है

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