भिलाई। विगत डेढ़ दशक से क्वालिटी इंजीनियरिंग की शिक्षा उपलब्ध करा रहे संतोष रूंगटा समूह ने इस वर्ष से आॅटोमोबाइल इंजीनियरिंग का ब्रांच भी खोल दिया है। देश में आॅटोमोबाइल सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है तथा इस क्षेत्र में सुप्रशिक्षित इंजीनियरों की मांग लगातार बनी हुई है। युवाओं में आॅटोमोबाईल इंजीनियरिंग के प्रति सदैव से खासा क्रेज रहा है। युवाओं के इस स्वप्न को साकार करने के लिए संतोष रूंगटा (आर-1) ग्रुप ने इसकी शुरुआत की है। राज्य में पहली बार बीई कोर्स के अंतर्गत आॅटोमोबाईल इंजीनियरिंग की ब्रांच संतोष रूंगटा समूह के भिलाई के कोहका में संचालित रूंगटा कॉलेज आॅफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नालॉजी (आरसीईटी-भिलाई) तथा रायपुर में नंदनवन के पास संचालित रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज (आरईसी-रायपुर) में इस वर्ष प्रारंभ की गई है। Read Moreइस नई ब्रांच की सभी सीटें उपरोक्त कॉलेजेस में इसी वर्ष से प्रवेश हेतु उपलब्ध होंगी। संतोष रूंगटा ग्रुप प्रदेश का पहला एवं इकलौता समूह है जिसके कॉलेजों में आॅटोमोबाईल इंजीनियरिंग की ब्रांच संचालित करने की अनुमति मिली है।
संतोष रूंगटा समूह के डायरेक्टर टेक्निकल डॉ. सौरभ रूंगटा ने बताया कि वर्तमान में आॅटो कंपोनेंट मैन्युफैचरर्स तथा आॅटोमोबाईल इंडस्ट्रीज में तेजी से हो रही ग्रोथ की वजह से युवाओं के लिये आॅटोमोबाईल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नित नई संभावनायें जन्म ले रही हैं। आॅटोमोबाईल इंजीनियरिंग के अंतर्गत मुख्यत: फोर- व्हीलर, टू-व्हीलर, परिवहन एवं मालवाहक वाहनों तथा संबंधित इंजीनियरिंग सिस्टमस की डिजाईनिंग, डेवलपिंग, मैन्युफैक्चरिंग, टेस्टिंग एण्ड रिपेअरिंग आदि से संबंधित कार्य होता है। इसके अलावा उत्पाद की मैन्युफैक्चरिंग तथा डिजाईनिंग की उत्कृष्टता के लिये मैकेनिकल, इलेक्टिकल, इलेक्टानिक, सॉफ्टवेयर तथा सेफ्टी इंजीनियरिंग की सहायता ली जाती है। आॅटोमोबाईल क्षेत्र ने युवाओं के कैरियर निर्माण की दिशा में संभावनाओं के नये द्वारा खोल दिये हैं।
एचआर कॉनक्लेव में हुई थी चर्चा
गौरतलब है कि विगत अक्टूबर माह में संतोष रूंगटा कैम्पस में आयोजित आॅटो एचआर कॉनक्लेव में आॅटोमोबाईल क्षेत्र की प्रतिष्ठित नेशनल तथा मल्टीनेशनल कंपनियों बीएमडब्लू, फोर्ड, टाटा, टीवीएस, इंगरसॉल रेण्ड, राने ग्रुप, एसएल ल्यूमेक्स, जॉनसन कंट्रोल, एनएसके कंपनियों के शामिल वरिष्ठ एचआर अधिकारियों ने आॅटोमोबाईल इंजीनियरिंग की वतर्मान तथा भविष्य की आवश्यकताओं पर प्रकाश डाला था तथा बताया था कि आॅटोमोबाईल सेक्टर में हो रही तेज ग्रोथ के चलते प्लेसमेंट के लिहाज से आॅटोमोबाईल ब्रांच से इंजीनियरिंग कर रहे युवाओं का भविष्य उज्जवल है तथा इस क्षेत्र में रोजगार के असीम अवसर प्राप्त होंगे।
संतोष रूंगटा समूह के डायरेक्टर एफएण्डए सोनल रूंगटा ने बताया कि आज आॅटोमोबाईल सेक्टर में बूम आया हुआ है। जनसंख्या में हुई वृद्धि, तेजी से बढ़ते औद्योगीकरण तथा शहरीकरण से चार पहिया, दो पहिया तथा माल वाहकों की संख्या में अपेक्षाकृत तेजी से वृद्धि हुई है। उन्होंने आॅटोमोबाईल ब्रांच प्रारंभ करने का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के युवाओं की तेजी से ग्रोथ कर रहे आॅटोमोबाईल सेक्टर में भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु किया गया एक प्रयास बताया। इस ब्रांच के सिलेबस को आॅटोमोबाईल सेक्टर की वर्तमान तथा भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए डिजाईन किया गया है।