भिलाई। अपोलो बीएसआर अस्पताल में एक 60 वर्षीय महिला के शरीर से 11 सेमी गुना 10 सेमी आकार का सिस्ट सिंगल पोर्ट लैप्रोस्कोपी (सिल्स) द्वारा निकाला गया। यह सिस्ट उनके एक अंडाशय में थी और दूसरे अंडाशय को दबा रही थी। इसे सिंगल पोर्ट लैप्रोस्कोपी के द्वारा निकाला गया। लैप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ अमित बैंगानी ने बताया कि बेमेतरा निवासी इस महिला को किसी और मर्ज के लिए अपोलो बीएसआर लाया गया था। डॉ बैंगानी ने बताया कि महिला को पेट में हल्का-हल्का दर्द और भारीपन की शिकायत थी। जांच के दौरान उनका सीटी स्कैन किया गया। Read Moreइसमें उनके पेट में एक सिस्ट के होने का पता लगा। यह सिस्ट उनके एक अंडाशय में थी और दूसरे अंडाशय को दबा रही थी। जांच के बाद लैप्रोस्कोपी के द्वारा इसे निकालना तय किया गया।
डॉ बैंगानी ने बताया कि सिंगल पोर्ट लैप्रोस्कोपी (एक ही छेद से दूरबीन पद्धति द्वारा आपरेशन) के द्वारा पहले सिस्ट में भरे द्रव को निकाला गया। सिस्ट से लगभग 250 मिली लिटर द्रव निकाला गया। इसके बाद सिस्ट को वहां से काटकर निकाल लिया गया। इतने बड़े सिस्ट को सिंगल पोर्ट लैप्रोस्कोपी के द्वारा निकाले जाने का यह संभवत: पहला मामला है। उन्होंने बताया कि आपरेशन के बाद महिला स्वस्थ है और तेजी से स्वास्थ्य लाभ कर रही है।
डॉ बैंगानी ने बताया कि इससे कुछ दिन पूर्व उन्होंने रिड्यूस्ड पोर्ट लैप्रोस्कोपी से एक मरीज की पित्त की थैली निकाली थी तथा एक अन्य मरीज के एपेंडिक्स का आपरेशन भी रिड्यूस्ड पोर्ट से करने में सफलता प्राप्त की। उन्होंने बताया कि अपोलो बीएसआर में इस तरह के आपरेशन्स दूरबीन पद्धति से सिंगल अथवा रिड्यूस्ड पोर्ट से किया जाता है।