दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय में यूजीसी की विस्तार गतिविधि के अंतर्गत हायर सेकण्डरी स्तर की 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों हेतु नि:शुल्क विशेष प्रायोगिक कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुशील चन्द्र तिवारी के मार्गदर्शन में प्रथम चरण में दीपक नगर स्कूल तथा द्वितीय चरण में सनशाइन स्कूल के लगभग 75 नियमित विद्यार्थियों को भौतिकी, रसायन, वनस्पति शास्त्र तथा प्राणीशास्त्र विषयों से संबंंधित विशेष प्रायोगिक कार्य का प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ शीला अग्रवाल ने विद्यार्थियों को लक्ष्य युक्त अध्ययन की सलाह दी। डॉ अग्रवाल ने महाविद्यालय एवं विद्यालयों के इस संयुक्त पहल की सराहना करते हुए विद्यार्थियों से पूर्ण लाभ उठाने का आग्रह किया। Read More
कार्यक्रम के संचालक डॉ प्रशांत श्रीवास्तव ने यूजीसी की विस्तार गतिविधि योजना पर प्रकाश डालते हुए शालेय विद्यार्थियों को महाविद्यालय द्वारा निशुल्क प्रायोगिक कार्य सुविधा उपलब्ध किए जाने को मील का पत्थर बताया।
रसायन शास्त्र की विभागाध्यक्ष डॉ अनुपमा अस्थाना ने प्रायोगिक प्रशिक्षण कक्षाओं के दौरान किए जाने वाले कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। वनस्पति शास्त्र की विभागाध्यक्ष डॉ रंजना श्रीवास्तव ने शालेय विद्यार्थियों की जिज्ञासु प्रवृत्ति की सराहना करते हुए इसे भविष्य के लिये लाभप्रद बताया।
इस अवसर पर सनशाइन स्कूल के शैक्षणिक स्टाफ के अलावा, तामस्कर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ जगजीत कौर सलूजा, डॉ पूर्णा बोस, डॉ अलका तिवारी, डॉ अनिल कुमार, डॉ वीएस गीते, डॉ अनुपमा कश्यप, डॉ गायत्री पाण्डेय, डॉ प्रशांत श्रीवास्तव, डॉ अजय सिंह, डॉ अनिल कश्यप, डॉ अजय पिल्लई, डॉ ओपी गुप्ता, डॉ अनिता शुक्ला आदि उपस्थित थे। विद्यार्थियों के प्रायोगिक कक्षाओं के आयोजन में सनशाइन स्कूल की प्राचार्य श्रीमती नम्रता नागर का उल्लेखनीय योगदान रहा।