इम्पीरियल को कल एक और मैच खेलने का मौका
भिलाई। छत्तीसगढ़ क्रिकेट लीग के आज खेले गए पहले मैच में इम्पीरियल टाइगर्स ने रॉयल पैंथर्स को 45 रनों से हरा दिया। इम्पीरियल टाइगर्स को कल एक और मैच खेलने का मौका मिलेगा जबकि रॉयल पैंथर्स का सीजीसीएल का यह सफर यहीं समाप्त हो गया।पहले बल्लेबाजी करते हुए इम्पीरियल टाइगर्स ने 9 विकेट खोकर 158 रन बनाए। टीम का पहला विकेट 52 के स्कोर पर गिरा जब ऋषभ चौबे प्रखर राय की गेंद पर शकीब अहमद को कैच थमा बैठे। टाइगर्स के लिए मनोज सिंह ने 2 छक्के और 4 चौकों की मदद से 51 गेंदों पर सर्वाधिक 61 रन बनाए। वहीं ऋषभ चौबे ने 6 चौकों की मदद से 24 गेंदों पर 33 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया। संजीत देसाई ने 2 छक्कों की मदद से 23 गेंदों पर 25 बनाए। अभ्युदय कांत सिंह 5 रन के निजी स्कोर पर कैच दे बैठे। ऐश्वर्या मौर्या-2 और शुभम ठाकुर ने 1 रन बनाए। खैरवार ने 1 छक्का और 4 चौकों की मदद से 7 गेंदों पर नाबाद 16 रन बनाए। संतोष दास 1 गेंद पर 1 रन बनाकर नाबाद रहे।
रॉयल पैंथर्स के लिए शकीब अहमद ने 32 रन देकर 2, संतोष दास ने 29 रन देकर 2, प्रखर राय ने 21 रन देकर 2, गगनदीप सिंह ने 34 रन देकर 1 तथा गुंजन सिंह ने 25 रन देकर 1 विकेट लिया। एक खिलाड़ी रन आउट हुआ।
159 के स्कोर का पीछा करने उतरी रॉयल पैंथर्स 113 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। विशाल वैष्णव ने 13 गेंदों पर 8, अभिषेक सिंह ने 24 गेंदों पर 1 छक्का और 4 चौकों की मदद से 34, विवेक बोरकर ने 19 गेंदों पर 21, रोहित ध्रुव ने 12 गेंदों पर 8, प्रखर राय 6 गेंदों पर 3, गगनदीप सिंह 6 गेंदों पर 1 रन बनाकर आउट हो गए। शकीब अहमद खाता नहीं खोल पाए। अतुल शर्मा 1 रन बनाकर स्टम्प हो गए। अब तक पारी लडख़ड़ा चुकी थी और 92 रन के कुल स्कोर पर 8 विकेट गिर चुके थे। शुभम सिंह ने पारी को कुछ आगे बढ़ाया और टीम को 113 के सम्मानजनक स्कोर तक ले गए। पर वे भी रन आउट हो गए। इसके बाद शिवेन्द्र सिंह भी आउट हो गए और गुंजन सिंह को खेलने का कोई मौका ही नहीं मिला। पूरी टीम 18 ओवर पर 113 में सिमट गई।
इम्पीरियल टाइगर्स की तरफ से उत्कर्ष तिवारी ने 18 रन देकर सर्वाधिक 5 विकेट लिए। इसके अलावा सौरभ खैरवार, शुभम ठाकुर, ऐश्वर्या मार्या और मनोज कुमार ने एक-एक विकेट लिया। एक खिलाड़ी स्टम्प और एक रन आउट हुआ।
इस मैच के लिए उत्कर्ष तिवारी को मैन ऑफ द मैच दिया गया जबकि मनोज सिंह को मैक्सिमम सिक्स का पुरस्कार दिया गया। सेफ हैण्ड्स का पुरस्कार गगनदीप सिंह को दिया गया।