संडे तफरी में भी राजनीति ढूंढ रहे कुछ लोग
भिलाई। ‘संडे तफरी’ की चौथी कड़ी में इस रविवार को भी सेन्ट्रल एवेन्यू पर मौज मस्ती का मेला लगा। खेल खेल में लोगों ने खूब गहरी सांसें लीं और खुद को तरोताजा किया। हमेशा की तरह महापौर देवेन्द्र यादव इस बार भी लोगों के साथ घुल मिलकर उनका हाल चाल पूछते रहे, ईवेन्ट्स में भागीदारी देते रहे। शहर के लोगों, खासकर युवाओं को अपने युवा महापौर की यह सादगी दीवाना बना रही है। कोई उनके साथ सेल्फी ले रहा है तो कोई उनके साथ मुक्केबाजी मेें दो-दो हाथ कर रहा है। ‘तफरी’ के वेन्यू के इस छोर से उस छोर तक कभी वे साइकिल चलाते दिखते हैं तो कभी साथियों के साथ तफरीह करते दिखते हैं। कभी बास्केटबाल खेलते हैं तो कभी किक-बाक्सिंग करते हैं। कभी मंच पर चढ़कर डांस करते हैं तो कभी मंच के सामने भीड़ में शामिल हो जाते हैं। भजन मंडलियों से लेकर जुम्बा तक, वो सभी ग्रुप्स में घुल मिल जाते हैं।
राजनीति ढूंढ रहे लोग : संडे तफरी एक तरफ जहां तेजी से लोकप्रिय हो रहा है वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग इसमें राजनीति ढूंढ रहे हैं। वे कह रहे हैं कि कार्यक्रम का कांग्रेसीकरण हो गया है। यह सही है कि भाजपा के पार्षदों ने इस कार्यक्रम से दूरी बना रखी है पर कांग्रेस के पार्षदों के अलावा भी शहर के जाने पहचाने चेहरे यहां दिखाई दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ युवा चेम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश अध्यक्ष अजीय भसीन, शंकर सचदेव, इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अतुल चंद साहू, नृत्य एवं संगीत गुरू सोनाली धर चक्रवर्ती, जूडो की राष्ट्रीय खिलाड़ी देवकी देवांगन, बास्केटबाल कोच एवं रेफरी इकबाल सर, महर्षि महेश योगी संस्था की भावातीत ध्यान प्रशिक्षक डॉ अलका दास अखौरी, आर्ट ऑफ लिंविंग टीचर ईशा, अपोलो बीएसआर अस्पताल की वेलनेस टीम, नवोदित जनवादी कवि एवं रैपर ऋषि वालिया सैफ, कवि मंगला मोहिनी जोशी, समाज सेवी संगठन प्रनाम के अध्यक्ष पवन केसवानी, सीएसआईटी के सीआरएम राजीव नायर सहित अनेक लोग नियमित रूप से तफरी में आ रहे हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में स्कूल-कालेज के विद्यार्थी ग्रुप्स मेें यहां आ रहे हैं और सेहत के साथ साथ अपने फ्रेंडसर्कल को भी बढ़ा रहे हैं।