• Thu. May 2nd, 2024

Sunday Campus

Health & Education Together Build a Nation

शिक्षित बेटी से होता है समाज का नव निर्माण

Feb 11, 2017

kedar-kashyapदुर्ग। आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग एवं स्कूली शिक्षा मंत्री श्री केदार कश्यप ने आज विज्ञान विकास केन्द्र दुर्ग का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस संस्था में मंत्री द्वारा किए गए औचक निरीक्षण से छात्राओं में एक उत्साह बना। निरीक्षण के दौरान मंत्री श्री कश्यप के साथ कलेक्टर श्रीमती आर. शंगीता भी उपस्थित थी। संस्था में उपलब्ध ग्रंथालय, कम्प्यूटर कक्ष, रसोई घर का निरीक्षण द्वारा किया गया और सभी व्यवस्थाओं के सुचारु संचालन पर प्रसन्नता व्यक्त की।संस्था की अधोसंरचना की छांव में प्रयास विद्यालय संचालित है और प्रयास बालिका छात्रावास है, जिस समय मंत्री का भ्रमण संस्था में हुआ उस समय प्रयास विद्याालय की कक्षाएं संचालित हो रही थी। मंत्री श्री कश्यप ने कक्षा निरीक्षण के दौरान छात्र-छात्राओं से संवाद किया। उन्होंने छात्राओं से अपना संवाद स्थानीय बोली गोंड़ी और हल्बी में किया। मंत्री की उदारता एवं सरल सौम्य व्यवहार से छात्राओं के चेहरे पर एक अप्रतिम मुस्कान बिखर गई। उन्होंने स्थानीय बोली में संवाद स्थापित कर छात्राओं को अपने मातृभूमि से भावनात्मक रुप से जुड़ा रहने का संदेश दिया। दुर्ग जिले के प्रयास आवासीय विद्यालय में अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं के लिए विशिष्ट पहचान बनाने हेतु प्रदाय की गई गणवेश की मंत्री द्वारा भूरि-भूरि प्रशंसा की गई और इस पहल के लिए कलेक्टर को बधाई दी।
मंत्री श्री केदार कश्यप ने विज्ञान विकास केन्द्र पहुंचकर बेटियों का उत्साहवर्धन करते हुए अपने सपनों को साकार करने के साथ ही समाज के विकास और नव निर्माण में सार्थक भूमिका का निर्वहन करने कहा। उन्होंने कहा कि शिक्षित बेटी से समाज का नव निर्माण होता है और आने वाली पीढ़ी की भविष्य गढऩे का कार्य करता है। उन्होंने छात्राओं से कहा कि एक सोच और दृढ़ संकल्प होना चाहिए कि आने वाले समय में भविष्य कैसी होगी और उसका परिणाम समाज को आगे क्या दिशा दिखाने का कार्य कर सकती है। मंत्री श्री केदार कश्यप आज विज्ञान विकास केन्द्र पहुंचकर दूरस्थ अंचलों से आकर यहां अध्ययन कर शिक्षक बनने की दिशा में आगे बढ़ रही छात्राओं को सम्बोधित कर रहे थे। इस वर्ष 215 बेटियां बी.एड. परीक्षा उत्तीर्ण कर शिक्षक प्रशिक्षण लेने जा रही हैं। मंत्री श्री केदार कश्यप बेटियों को शुभकामनाएं और आशीर्वचन देने यहां पहुंचे थे।
मंत्री श्री कश्यप ने छात्राओं की ओर आशीर्वचन नजरों से देखते हुए कहा कि आपकी मुस्कान और आंखों की चमक बता रही है कि आप भविष्य के प्रति कितनी आशान्वित है। उन्होंने कहा कि अपने-आप को इस तरह से स्थापित करें कि भविष्य की हर मुश्किले आसान लगे। उन्होंने निश्चित उद्देश्य निर्धारित कर जीवन की राह में निरंतर आगे बढऩे तथा शिक्षक बनने तक की सीमित सोच ना रखकर भविष्य को हमेशा विस्तारित देने की बात कही। मंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त किया कि दूरस्थ और आदिवासी अंचलों से आकर बेटियां उच्च शिक्षा अर्जित कर शिक्षक बनकर अपने क्षेत्रों में शिक्षा का अलख जगाने का बीड़ा उठाने अग्रषित है। छात्राओं को प्रेरित करते हुए अपनी शिक्षा, ज्ञान, संस्कार को अपने क्षेत्र में जाकर वहां का भविष्य निर्माण में योगदान देने कहा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन विभिन्न योजनाएं संचालित कर दूरस्थ और आदिवासी क्षेत्रों के विकास के साथ ही बेटियों की शिक्षा के लिए संकल्पित है। इसके परिणामस्वरूप अब आदिवासी अंचलों के बच्चें भी उच्च शिक्षा अर्जित करने के साथ ही आईआईटी जैसे संस्थाओं में भी अपना परचम दिखाने में सफल हो रहे हैं। उन्होंने बेटियों को प्रेरित किया कि उनका मुख्य उद्देश्य पढ़ाई और भविष्य निर्माण की ओर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज और आपकेे अंचलों को आपसे बहुत अपेक्षाएं हैं। अच्छे व्यक्तित्व का निर्माण कर समाज में अपना योगदान देने की बात कही। मंत्री श्री कश्यप ने बताया कि दुर्ग के विज्ञान विकास केन्द्र को प्रदेश की आदर्श संस्था के रुप में प्रस्तुत कर इसी तर्ज पर सभी आदिवासी विकासखंड मुख्यालयों में 500 सीटर छात्रावास की स्थापना की जाएगी। 500 सीटर की क्षमता वाले संस्थान खोले जाएंगे जहां बेटियों को उच्च शिक्षा देकर दूरस्थ और आदिवासी अंचलों में गुणवत्तायुक्त शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। विज्ञान विकास केन्द्र में सुसज्जित-सुविधाएं और शिक्षा का उपयुक्त वातावरण बनाए जाने पर कलेक्टर और जिला प्रशासन का इस पहल के लिए हार्दिक अभिनंदन किया। विज्ञान विकास केन्द्र में उपलब्ध कराई गई सुविधाएं जैसे लाईब्रेरी, कम्प्यूटर, क्रीड़ा सामग्री, खेल मैदान, सेनेटरी नेपकीन वेडिंग मशीन, इंस्नीरेटर आदि के लिए मंत्री द्वारा कलेक्टर श्रीमती आर. शंगीता को प्रशंसा कर बधाई दिया। अधोसंरचना की सुविधा शासन प्रदान कर सकता है परंतु उनके उद्देश्यों की पूर्ति जिला प्रशासन द्वारा की जाती हैं जो कि विज्ञान विकास केन्द्र को देख कर परिलक्षित हो रहा हैंै। कलेक्टर दुर्ग के प्रयासों से यह संस्था जिस उद्देश्य को लेकर अस्तित्व में आया था, उसे प्राप्त करने की ओर अग्रसर हैं।
कलेक्टर श्रीमती आर. शंगीता ने छात्राओं को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप लोग भविष्य में एक अच्छे शिक्षक बनने की ओर अग्रसर है। आशा है कि आप अपने ज्ञान और हुनर से समाज को तराशने का कार्य करेंगी। उन्होंने छात्राओं को अपने क्षेत्र में मागदर्शक बनकर आने वाली पीढ़ी के बच्चों के शिक्षा और संस्कार में भागीदारी देने कहा। कलेक्टर ने बालिकाओं को प्रेरित किया कि जिस तरह से आप लोगों को अपने क्षेत्र में उच्च शिक्षा की कमी से जुझना पड़ा है, ऐसी स्थिति आगे निर्मित ना हो, इसके लिए अपने क्षेत्र के बच्चों के भविष्य को संवारने तथा उच्च शिक्षा देने में अपनी भूमिका का निर्वहन सुनिश्चित करेंगे।
215 बेटियों ने उत्तीर्ण की बी.एड. की परीक्षा, शिक्षक बनकर ज्ञान का अलख जगाएंगी
विज्ञान विकास केन्द्र में दूरस्थ और आदिवासी अंचलों के बेटियों को विज्ञान और वाणिज्य विषय की उच्च शिक्षा मुहैय्या कराने का अभिनव पहल छत्तीसगढ़ शासन द्वारा की जा रही है। यहां अध्ययन कर बेटियां बी.एड. का प्रशिक्षण लेकर शिक्षक बनकर दूरस्थ अंचलों में अपनी सेवांए देंगी। इस वर्ष 215 बेटियों ने बीएड की परीक्षा उत्तीर्ण होने में सफलता पायी है। ये बेटियां प्रशिक्षण उपरांत शिक्षक बनकर आदिवासी और दूरस्थ अंचलों में अपनी सेवाएं देकर शिक्षा का अलख जगाएंगे।
विज्ञान विकास केन्द्र की प्रशासकीय अधिकारी श्रीमती उर्मिला ओझा द्वारा संस्था में उपलब्ध संसाधनों, सेवाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों से तथा खास कर बस्तर, सरगुजा जैसे आदिवासी अंचलों की बेटियां यहां आकर अध्ययन कर रही है। इस अवसर पर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग श्रीमती माया वारियर, पालक अधिकारी सुश्री अंशिका पाण्डेय डिप्टी कलेक्टर, जिला शिक्षा अधिकारी श्री आशुतोष चांवरे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

Leave a Reply