भिलाई। संजय रूंगटा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस द्वारा संचालित रूंगटा डेंटल कॉलेज के छात्रों द्वारा कृष्णा पब्लिक स्कूल में नि:शुल्क दंत परीक्षण एवं परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। कुटेलाभाठा स्थित केपीएस में डिपार्टमेन्ट ऑफ पब्लिक हेल्थ डेन्टिस्ट्री द्वारा आयोजित शिविर में कक्षा 1 से 10 तक के बच्चों के मुख स्वास्थय की जांच 14 सदस्यीय विशेषज्ञ टीम द्वारा की गई। अमेरिकन डेन्टल एसोसिएशन की तर्ज पर स्कूली बच्चों को ओरल रिन्सिंग तकनीक सिखाई गई। इस तकनीक में बच्चों को पहले दांतों को सही ढंग एवं तकनीक से ब्रश करने का तरीका डेमो द्वारा सिखाया जाता है। ब्रश करने के बाद कुल्ला करने एवं माउथवाश इस्तेमाल करने के बारे में बताकर इसकी प्रैक्टिस कराई जाती है। लाईव डेमो के तहत प्रशिक्षक डॉक्टर पहले खुद इस तकनीक को करते है तथा इसके बाद बच्चों को उसी तरीके से दोहराने कहा जाता है। रोल मॉडलिंग की इस तकनीक से बच्चें जल्दी सीखते एवं अपनाते है। सही तरीके से दिन में दो बार ब्रश करना एवं खाने के पश्चात् ओरल रिन्सिंग करना सिद्ध रूप से मुख स्वास्थय के लिए अत्यन्त लाभकारी है। अमेरिका एवं यूरोपीय देशों में की गई अनेक रिसर्च से यह प्रमाणित हो चुका है अगर बच्चे स्कूल जाने की उम्र से ही सही तकनीक से ब्रश करें एवं ओरल रिन्सिंग करे तो मुख संबधित बीमारियां जैसे कि कैबिटीस, पायरिया एवं मसूड़ों से खून आने जैसी तकलीफें 80 प्रतिशत तक कम हो जाती है। विदेशों में मान्यता प्राप्त इस तकनीक को प्रत्येक स्कूल में नियमित रूप से सिखाया जाता है जिसकी वजह से यह तकनीक बच्चों के रोज की दिनचर्या का एक अभिन्न हिस्सा बन जाता है।
रूंगटा डेंटल कॉलेज के पीएचडी विभाग द्वारा शुरू किये इस अभियान से निश्चित रूप से दुर्ग जिले के अधिकांश स्कूली बच्चों को लाभ पहुंचेगा। सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में रूंगटा डेंटल कॉलेज ही एकमात्र कॉलेज है जो ये प्रोग्राम चला रहा है और आने वाले समय में इस प्रोग्राम का दायरा बढ़ाते हुए सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों को इस प्रोग्राम में शामिल करने की योजना है। केपीएस स्कूल प्रबंधन द्वारा इस प्रोग्राम की सराहना करते हुए चैयरमैन व प्रिसिंपल ने शिविर में अपनी सेवा देने वाले डॉ. युनूस जी.वाय., डॉ.राम तिवारी, डॉ.अभिनव पटेल, डॉ. बालासुब्रमण्यम, डॉ.सुधा सुमन एवं सभी प्रशिक्षु डॉक्टरों को धन्यवाद ज्ञापन किया।