खनिज वेब पोर्टल लांच करने वाला पहला राज्य बना छत्तीसगढ़
दुर्ग। छत्तीसगढ़ की डॉ रमन सिंह सरकार द्वारा खदान एवं खनिज के प्रबंधन के लिए वेब पोर्टल लांच किए जाने पर जेके लक्ष्मी सीमेन्ट ने उनके प्रति आभार व्यक्त किया है। जेके लक्ष्मी सीमेन्ट ने कहा कि खनिज ऑनलाइन पोर्टल से एक तरफ जहां रायल्टी का भुगतान आसान हो गया है वहीं सात अलग अलग चालानों के झंझट से भी मुक्ति मिल गई है। मुख्यमंत्री ने सेमरिया दुर्ग के जेके लक्ष्मी सीमेंट का ट्रांजिट पास जारी कर वेब पोर्टल की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि खनिज से संबंधित सारे काम ऑनलाइन करने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य है, इससे यहां न केवल विभागीय कामकाज में तेजी आएगी, बल्कि मॉनिटरिंग सिस्टम भी चाक-चौबंद होगा। इससे समय बचेगा, पारदर्शिता बढ़ेगी और दोनों तरफ से गड़बड़ी पर रोक लगेगी।
खनिज आधारित उद्योगों एवं खनिज पट्टाधारियों की तरफ से मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए जेके लक्ष्मी सीमेन्ट ने कहा कि सरकार ने हम पर भरोसा किया है। अब हम स्व प्रमाणित डाटा को अपलोड कर पाएंगे। ऑनलाईन खनिज पोर्टल प्रारंभ होने से खनिजों के परिवहन के लिये ई ट्रांजिट-पास, आवेदन जमा करने, शुल्क भुगतान समेत ऑनलाईन रिटर्न दाखिल करने में सुविधा होगी। अब मात्र खनिज की मात्रा वेब पोर्टल पर डालनी होगी। इसके बाद रायल्टी, डीएमएफ, एनएमईटी, टीसीएस, अधोसंरचना उपकर एवं पर्यावरण उपकर की राशि की गणना तत्काल हो जाएगी।
वेब पोर्टल लांच करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा- सभी सीएम पांच साल की सोचते हैं, लेकिन मैं जिस दिन सीएम बना, उसी दिन से 25 साल आगे की सोचा। 2022, 2025 तक की क्या आवश्यकता है, उसकी प्लालिंग की। हम सौ फीसदी रोडमैप पर काम कर रहे हैं। एक घंटा भी लेट नहीं। मुझे इसकी परवाह नहीं कि कब तक सीएम रहूंगा। मैंने अब तक स्थायी काम किया। यही जिंदा रखेगा। लोग मुझे याद रखेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी बड़े खनिज को ऑनलाइन किया गया है। छोटे खनिज भी इस व्यवस्था से जोड़े जाएंगे, क्योंकि जब चूना पत्थर की खदान नीलाम हुई, तब पता चला कि छोटे खनिज भी कितने कीमती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वेब पोर्टल को मोबाइल एप के माध्यम से और सुविधाजनक बनाया जाएगा। सरकार खनिज को बाहर भेजने की व्यवस्था को भी सुदृढ़ कर रही है।