रायपुर। 23 जून को दोपहर पंडरी में बुजुर्ग दंपती को ठगने वाले फर्जी पुलिस अफसरों का ताल्लुुक ईरानी गिरोह से है। कदकाठ में तो ये पुलिस वाले लगते ही हैं, अब इन्होंने विभिन्न राज्यों की भाषा भी सीख ली है। पुलिस ने बताया कि दोनों संदिग्ध चेहरे वांटेड ईरानी गिरोह से थे। लिहाजा ओडिशा, महाराष्ट्र, झारखंड, राजस्थान और दिल्ली पुलिस को तस्वीरें भेज दी गई हैं। संदिग्ध खुद को पुलिस अफसर बताकर कई राज्यों में लोगों को ठग चुके हैं। पुलिस को शक है कि इनका संपर्क देश के बाहर भी है।अक्सर देशभर में पूरे साल दर्जनभर मामले को अंजाम देकर ठग गिरोह बाहर छिप जाते हैं। माहौल ठंडा पडऩे से दोबारा मूवमेंट करते हैं। इंटरनेशल ठग गिरोह में एक साथ दर्जनभर अपराधी शहरों में पहुंचते हैं। लोकल दोपहिया का इंतजाम कर ठगी और लूट की घटनाओं को अंजाम देते हैं। पंडरी में ठगी और सिविल लाइन में चेन स्नैचिंग की वारदात संभवत: इसी गिरोह ने की है।
पुलिस ने दोनों संदिग्ध युवकों की तस्वीर दूसरे राज्यों से जुड़े सोशल मीडिया के लिंक में शेयर कर दिया है। ओडिशा, झारखंड और महाराष्ट्र में तलाश की जा रही है।