स्वस्थ रहने के लिए हमें अपने आहार में फल-सब्जियों के साथ-साथ विभिन्न तरह के बीजों को भी जरूर शामिल करना चाहिए। ऐसे ही बीजों में से एक है अलसी, जिसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं। ये मोटापा कम करता है, शरीर को स्वस्थ रखने और सेक्स पॉवर बढाने में फायदेमंद हैं। अलसी के बीजों से बने काढ़े का नियमित रूप से सेवन कई बीमारियों के इलाज में फायदेमंद है। काढ़ा शरीर में जमा हुई अतिरिक्त वसा को निकालने में मदद करता है, जिससे मोटे होने का खतरा नहीं रहता। अलसी में मौजूद फाइबर भूख को कम करता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। डायबिटीज और ब्लड शुगर की समस्या से पीड़ित लोगों के लिए अलसी का काढ़ा वरदान साबित होता है। नियमित रूप से सुबह खाली पेट अलसी के काढे़ के सेवन से डायबिटीज का स्तर नियंत्रित रहता है।नियमित रूप से तीन महीने तक अलसी का काढ़ा पीने से आटर्रीज में ब्लॉकेज दूर होता है और आपको एंजियोप्लास्टी कराने की जरूरत नहीं पड़ती। अलसी में मौजूद ओमेगा-3 शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल एलडीएल के स्तर को कम करता है और हृदय संबंधी बीमारियों को रोकने में मदद करता है। हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर शरीर को डीटॉक्सीफाई करता है। सुबह खाली पेट अलसी का एक कप काढ़ा हाइपोथाइरॉएड और हाइपरथाइरॉएड दोनों स्थितियों में फायदेमंद है। साइटिका, नस का दबना, घुटनों जैसे जोड़ों के दर्द में अलसी के काढ़े का नियमित सेवन फायदेमंद है। नियमित रूप से अलसी का काढ़ा पीने से कब्ज, पेट दर्द, पेट अफरना जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। आधा चम्मच अलसी के बीज रोज सुबह गर्म पानी के साथ लेने से बालों के झड़ने की समस्या भी हल होती है। तीन-चार महीने तक नियमित रूप से काढ़ा पीने से बाल सफेद होना रुक जाता है। अलसी के तेल की मालिश करने से बाल मजबूत और चमकदार होते हैं। इससे त्वचा के रूखेपन, कील-मुंहासे, एग्जिमा, एलर्जी जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। दो चम्मच अलसी के बीजों को दो कप पानी में मिक्स करें और आधा रह जाने तक उबालें। तैयार काढ़ा छान लें और थोड़ा ठंडा होने पर पिएं।