उज्जैन। इंदौर रोड स्थित जैन तीर्थ तपोभूमि में बुधवार को अनोखी शादी होगी। दूल्हा-दूल्हन और करीब 30 बाराती विवाह संस्कार से पहले थैलीसिमिया पीड़ित बच्चों की जिंदगी बचाने के लिए रक्तदान करेंगे। दूल्हा डॉ. गुंजन जैन और दुल्हन औशिन जैन हैं। दोनों उत्तरप्रदेश के अलग-अलग स्थानों से हैं, जो उज्जैन में सादगी से विवाह करने आए हैं। डॉ. गुंजन मुरैना में बैंकर पदमकुमार जैन के पुत्र हैं। वे अपने जीवन में अब तक 34 बार रक्तदान कर चुके हैं। उनकी शादी को लेकर दो ही जिद थी कि वे विवाह सादगी से करेंगे और फेरे लेने से पहले थैलीसिमिया बीमारी से पीड़ित बच्चों के लिए रक्तदान करेंगे। उनकी इस जिद से प्रेरित होकर ललितपुर (उप्र) की दुल्हन औशिन और तकरीबन 30 बारातियों ने भी रक्तदान की इच्छा जताई है। दोनों पक्ष के लोगों ने डिस्पोजल मुक्त विवाह समारोह करने का बंदोबस्त किया है।
कम खर्च में शादी
डॉ. गुंजन के कहने पर शादी बहुत ही कम खर्च में की जा रही है। किसी भी तरह की फिजूलखर्ची न हो, इसका खास ध्यान रखा गया है। उनकी माताजी ममता जैन ने बताया कि जो पैसा बेटे की धूमधाम से शादी के लिए एकत्र किया था, उससे अब 11 गरीब परिवार की कन्याओं की शादी करेंगे। बेटे के कहने पर बहुत सीमित खर्च में शादी की जा रही है। विवाह संस्कार बुधवार सुबह 10 बजे से प्रारंभ होगा।
उज्जैन में थैलीसिमिया के 200 मरीज
रक्त एकत्रण थैलिसिमिया वेलफेयर सोसायटी उज्जैन अध्यक्ष अशोक सोनी के माध्यम से होगा। उन्होंने बताया कि उज्जैन जिले में थैलीसिमिया पीड़ित बच्चों की संख्या तकरीबन 200 हैं। ये वो बच्चे हैं जिन्हें जीवित रहने के लिए रोज रक्त की आवश्यकता होती है।