भिलाई। अंतररराष्ट्रीय पृथ्वी दिवस के मौके पर आज एमजे कालेज परिसर में पेड़ों की देखभाल कर माता पृथ्वी की सेवा की गई। महाविद्यालय की निदेशक श्रीलेखा विरुलकर के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम में बीते दिनों आई अंधड़ में उखड़े नीम के पेड़ को वापस खड़ा कर उसकी रक्षा की गई। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ कुबेर सिंह गुरुपंच की मौजूदगी में डॉ टी कुमार, सीओओ विनोद कुमार चौबे, पंकज सिन्हा, चरनीत कौर संधु, आशीष कुमार सोनी, सौरभ मंडल, पूजा केशरी, दीपक रंजन दास सहित अन्य प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में मौजूद थे। पृथ्वी दिवस के अवसर पर महाविद्यालय विद्यार्थियों के सहयोग से महाविद्यालय परिसर की सफाई की गई तथा खरपतवार हटाए गए। इसके साथ ही पेड़ पौधों के आसपास क्यारियां बनाकर मृदा संरक्षण का प्रयास किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की निदेशक श्रीमती विरुलकर ने कहा कि तकनीकी युग में पृथ्वी का जिस तरह से शोषण हो रहा है, इसमें इसमें संयम नहीं बरता गया तो वह दिन दूर नहीं जब धरती मां की कोख सूनी हो जाएगी और किसी भी प्राणी का अस्तित्व शेष नहीं रह जाएगा। प्राचार्य डॉ कुबेर सिंह गुरुपंच ने बताया कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी दिवस का उद्देश्य प्राणी जगत की विभिन्न प्रजातियों की सुरक्षा करना है। पिछले कुछ वर्षों में पादपों के साथ ही अनेक कीटों, पक्षियों का अस्तित्व संकट में आ गया है। यदि पृथ्वी के तापमान में इसी प्रकार वृद्धि होती रही तो जल्द ही सबकुछ खत्म हो जाएगा।