भिलाई। शंकराचार्य महाविद्यालय के ग्रंथालय विभाग द्वारा कोहा साफ्टवेयर आइजे पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन फिस्टरे कंसल्टिंग, पुणे के सौजन्य से किया गया। कार्यक्रम में पुणे से फिस्टरे कंसल्टिंग के प्रमुख प्रशिक्षणकर्ता विक्रम झटगांवकर विशेष रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर महाविद्यालय की निदेशक/प्राचार्य डॉ. रक्षा सिंह एवं महाविद्यालय के अति. निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव उपस्थित थे। प्रमुख प्रशिक्षणकर्ता द्वारा ग्रंथालय विभाग के स्टॉफ को कोहा सॉफ्टवेयर संसकरण 19.5 के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। आपने बताया की इस ने इस साफ्टवेयर के द्वारा महाविद्यालय के ग्रंथालय को वेब ओपेक और कॉलेज के एप से जोड़ सकते है। इसी कड़ी में शंकराचार्य महाविद्यालय ग्रंथालय को कनेक्ट किया गया। जिससे ग्रंथालय के पुस्तकों एवं अन्य संसाधनों की जानकारी एक क्लिक के माध्यम से मोबाइल में प्राप्त कर सकते हैं। यह विश्व स्तरीय ओपन सोर्स साफ्टवेयर है जिसमें छात्रों को उनके द्वारा ग्रंथालय से इशु एवं वापस की गयी पुस्तकों की जानकारी उनके ई-मेल एड्रेस में तुरंत प्राप्त होती है। ग्रंथालय में भी सभी उपयोगकर्ताओं की विस्तृत जानकारी एवं उनके द्वारा उपयोग किये गये संसाधनों की हिस्ट्री उपल्ब्ध रहती है। ग्रंथालय के स्टॉफ को प्रशिक्षण में कोहा में सभी संसाधनों की प्रविष्टी कैसे करना है एवं इसका व्यापक उपयोग कैसे हो सकता है कि जानकारी दी गयी।
महाविद्यालय की निदेशक/प्राचार्य डॉ. रक्षा सिंह ने कहा की यह सुविधा महाविद्यालय के प्राध्यपको एवं छात्रों हेतु उपल्ब्ध करवाया जा रहा है। जिससे वे ग्रंथालय का कैंपस के साथ-साथ किसी भी जगह और किसी भी समय उपयोग कर सकते है।
महाविद्यालय के अति. निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में, यह एक अच्छा कदम है और इसके भविष्य में बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे।
महाविद्यालय के लाइब्रेरीयन डॉ. ओ.पी. पटेल ने बताया कि ग्रंथालय अपनी सुविधाओं में विस्तार करते हुए ग्रंथालय को अब कोहा साफ्टवेयर से संचालित किया जायेगा, जिससे विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों को उच्चतम स्तर की सुविधाएं डिजिटली प्राप्त होने लगी है।
महाविद्यालय की निदेशक/प्राचार्य डॉ. रक्षा सिंह ने विक्रम को श्री फल से निर्मित श्रीगणेश भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. ओ.पी. पटेल ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण, महाविद्यालय ग्रंथालय के गौरव चौहान, रविचंद्रन विष्णु, डेविड राजू, मोंटू चक्रवर्ती, कर्मचारीगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।