भिलाई। छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय ने रूंगटा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कोहका के प्रबंधन अध्ययन विभाग में सहायक प्रोफेसर सुशील पुनवटकर को उनके शोध पर प्रबंधन में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) की उपाधि प्रदान की है। प्रो. पुनवटकर ने अपना शोधकार्य आरसीइटी के डीन प्रो. डॉ. मनोज वर्गीस के मार्गदर्शन में पूरा किया है। उन्होंने खुदरा विक्रय में व्यक्तिगत क्षमताओं एवं विशेषताओं पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया था।अ स्टडी ऑन द इंपैक्ट ऑफ कोर कॉम्पिटेंसी ऑन सेल्स पर्सन्स जॉब पर्फामेंस इन रिटेल इंडस्ट्री पर किये गये अपने शोध में उन्होंने एक ऑर्गेनाइज्ड रिटेल सेटअप में विक्रेता की योग्यता और कार्य प्रदर्शन के बीच संबंधों की प्रासंगिकता का अध्ययन किया। इसमें छत्तीसगढ़ के 3 प्रमुख जिले रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर को शामिल किया गया।
प्रो. पुनवटकर के अनुसार शोध के नतीजे बताते हैं कि व्यक्तिगत दक्षताएं कार्य प्रदर्शन को प्रभावित करती हैं। परिणामों में यह भी अनुमान लगाया गया है कि सेल्सपर्सन रायपुर जिले में नेतृत्व और बौद्धिक दक्षताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं, जबकि वे बिलासपुर में पारस्परिक और नेतृत्व कौशल में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं। इसके अलावा विक्रेताओं ने दुर्ग जिले में व्यक्तिगत और परिणाम-उन्मुख कौशल में उत्कृष्टता दिखाई। अनुसंधान रिटेल इंडस्ट्रीज में प्रबंधकों के लिए उपयोगी है कि वे सेल्सपर्सन में दक्षताओं के महत्व को समझें और उनके अनुसार प्रशिक्षण कार्यक्रमों को डिजाइन करने में उनकी मदद करता है।
प्रो. सुशील पुनवटकर की उपलब्धि पर समूह के चेयरमैन संतोष रूंगटा, निदेशक एफ एंड ए सोनल रूंगटा और डॉ. सौरभ रूंगटा सहित प्रबंधन ने खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि शोध उपयोगी और अनुकरणीय है।