भिलाई। बीएम शाह के चिकित्सकों ने आपातकालीन हस्तक्षेप कर एक महिला का जीवन बचा लिया। बालोद निवासी इस मरीज को जब अस्पताल लाया गया था, तब उसकी हालत बहुत खराब थी। सात माह की गर्भवती यह मरीज शॉक की स्थिति में थी। आपात स्थिति में मरीज को आपरेशन थिएटर में लिया गया। काफी मशक्कत के बाद मरीज का जीवन बचा लिया गया।स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ स्वाति राय ने बताया कि 27 मई की सुबह करीब 11.20 बजे मरीज को जब अस्पताल लाया गया तो भारी रक्तस्राव के कारण वह शॉक की स्थिति में थी। उसका पूरा शरीर सूजा हुआ था। रक्तचाप 100/60 के करीब था। बच्चे की गर्भ में ही मौत हो चुकी थी। प्लैटलेट काउंट 30 हजार से नीचे आ गया था। ब्लड क्लॉटिंग टाइम (थक्का बनने में लगने वाला समय) औसत 3 से 5 मिनट से बढ़कर 30 मिनट से अधिक हो गया था।
डॉ स्वाति ने बताया कि ऐसे मरीजों के आपरेशन से लेकर इलाज तक में रक्त की भारी जरूरत पड़ती है। इसलिए हम चिंतित थे। पर मरीज के परिजनों ने हम पर भरोसा जताते हुए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। तत्काल हमने इलाज प्रारंभ कर दिया। चिकित्सा के दौरान मरीज को कुल 20 यूनिट रक्त चढ़ाया गया। इसके तहत कुल 10 यूनिट फ्रेश फ्रोजन प्लाज्मा, 4 यूनिट प्लैटलेट, 2 यूनिट सिंगल डोनर प्लैटलेट तथा 4 यूनिट होल ब्लड चढ़ाया गया। मरीज को 7 दिन तक आईसीयू में गहन निगरानी में रखा गया। मरीज को पहले भी सिजेरियन से एक संतान है। 7 जून को मरीज पूरी तरह से स्वस्थ अवस्था में डिस्चार्ज कर दी गई।