भिलाई। दिल को काबू में रखने के लिए सही भोजन और थोड़ी कसरत के साथ पर्याप्त नींद लेना भी जरूरी है। एक उम्र के बाद नियमित रूप से कुछ जांचें भी करवानी चाहिए। पिछले वर्ष जितनी मौतें कोविड के कारण हुई, उससे दोगुनी मौतें हृदय रोगों के चलते हुईं। वर्ल्ड हार्ट डे पर हाईटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ आकाश बख्शी ने उक्त बातें कहीं।डॉ बख्शी ने कहा कि 2020 में कोविड ने 345323 लोगों की जान ली जबकि हृदय रोगों के कारण 6908820 लोगों की जान ली। इसके अलावा 159150 लोगों की मौत स्ट्रोक के कारण तथा 106016 लोगों की मौत टाइप-2 डायबिटीज के कारण हुई। ये सभी रोग दोषपूर्ण लाइफ स्टाइल के कारण उत्पन्न होते हैं।
उन्होंने कहा कि जंक फूड को सीमित कर हमें फल, सब्जियां, दालें, अनाज, अंडा आदि का संतुलित आहार लेना चाहिए। इसकी मात्रा आवश्यकता के अनुसार तय कर लेनी चाहिए। ज्यादा तला भुना खाने से बचना चाहिए। इसके साथ ही हमें प्रतिदिन कम से कम 45 मिनट शारीरिक श्रम करना चाहिए, इसमें पैदल चलना, कसरत करना आदि शामिल है।
सबसे ज्यादा दिक्कत नींद को लेकर होती है। अधिकांश लोग टीवी, फोन और सोशल मीडिया के चक्कर में देर रात तक जागने लगे हैं। मजबूरी में सुबह जल्दी उठ जाते हैं और दिन भर थके थके से रहते हैं। यह आपके दिल पर भारी गुजरता है।
हृदय रोगों के एक बड़े कारण, तनाव की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आज अधिकांश लोग अपनी समस्याओं को अपने तक ही सीमित रखते हैं। नींद पूरी न होना, काम का बोझ और समस्याओं पर बातचीत नहीं करना भी तनाव को जन्म देता है। इससे लड़ने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि परिवार या करीबी लोगों के समूह में समस्याओं पर चर्चा करें तथा उसका हल ढूंढने का प्रयास करें। इससे तनाव कम होगा और हृदय भी स्वस्थ रहेगा।
इसके अलावा एक उम्र के बाद नियमित रूप से अपने सम्पूर्ण स्वास्थ्य की जांच कराएं। यह बीमारियों को दूर रखने के साथ ही उनका समय पर प्रबंधन संभव हो सकेगा तथा इमरजेंसी जैसी स्थितियां नहीं आएंगी।