भिलाई। अब अगर आपके पास भी स्टार्टअप का बेहतर आइडिया है तो फंडिंग की टेंशन भूल जाइए। बेहतर आइडिया आपको एक करोड़ रुपए तक की फंडिंग दिला सकता है। दरअसल, संतोष रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज के बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर (रूबी) को भारत सरकार के माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेस (एमएसएमई मंत्रालय) ने एक करोड़ रुपए तक की सीड कैपिटल फंडिंग के साथ मान्यता दे दी है। रूंगटा बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर जल्द ही स्टार्टअप को प्रमोट करने आवेदन आमांत्रित करेगा। रूंगटा आर-1 ने रूबी संचालित करने के लिए अलग से भव्य इंफ्रास्ट्रक्चर डवलप किया है, जिसमें हर फील्ड के अनुभवी एक्सपर्ट की टीम रखी गई है, जो स्टार्टअप फाउंडर को बिजनेस मॉडल, प्लानिंग और सर्वे मार्केटिंग जैसे हर पहलुओं पर मदद करेगी। स्टार्टअप शुरू करने की चाह रखना वाला कोई भी व्यक्ति इसमें आवेदन कर सकेगा। एमएसएमई मंत्रालय और रूंगटा रूबी के बीच ये एक तरह का एमओयू हुआ है।
अभी चल रहे 12 प्रोजेक्ट्स
रूंगटा इन्क्यूबेशन का सबसे अधिक फायदा इंजीनियरिंग और अन्य विषयों के विद्यार्थियों को मिलेगा, जो स्टार्टअप की दिशा में बेहतर कल की तलाश कर रहे हैं। रूबी के एक्सपर्ट इन होनहारों के बिजनेस आइडिया को मार्केट तक पहुंचाने में मदद भी करेंगे। अभी तक रूबी के तहत 12 प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं, जिसमें दुर्ग व भिलाई के तीन प्रोजेक्ट्स ऐसे हैं, जो जल्द ही अपने स्टार्टअप को लॉन्च कर देंगे। वहीं पांच प्रोजेक्ट्स स्टूडेंट्स के जरिए चल रहे हैं, जिसमें उन्हें बड़ी फंडिंग मिलने वाली है।
कैसे मिलेगी फंडिंग
आवेदन करने के बाद आपके स्टार्टअप आइडिया को रूबी की टीम परखेगी। यहां उम्मीदवार को प्रजेंटेशन देकर आइडिया के बारे में पैनल को बताना होगा। आइडिया बेहतर हुआ तो इसके आगे कि प्रक्रिया को पूर्ण करते हुए जानकारी एमएसएमई को भेजी जाएगी। इसके बाद एमएसएमई कि प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग एडवाइजरी कमेटी प्रोजेक्ट आइडिया को परखने के बाद उक्त उम्मीदवार से संपर्क करेगी। चयन होने पर शुरुआती रिसर्च और अन्य खर्चों के लिए भी फंड जारी कर दिया जाएगा। रूंगटा ग्रुप के डायरेक्टर सोनल रूंगटा ने बताया कि छत्तीसगढ़़ के युवा भी अब स्टार्टअप की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में रूबी उनके लिए मददगार साबित होगा। फंडिंग के अभाव में उन्हें स्टार्टअप आइडिया को बीच में ही छोडऩे कि मजबूरी नहीं होगी।