दुर्ग। साईंस कालेज, दुर्ग में भौतिक शास्त्र विभाग और आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में मिसाइल मैन डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के जन्म दिवस के उपलक्ष्य पर एमएससी के विद्यार्थिओं के लिए पोस्टर, पॉवर पॉइंट प्रस्तुतीकरण, भाषण और स्वरचित कविता प्रतियोगिता कराई गयी। विभागाध्यक्ष एवं आईक्यूएसी कॉडिनेटर डॉ. जगजीत कौर सलूजा ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि डॉ. कलाम के जीवन का हर पहलू हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। भाषण प्रतियोगिता में अभिनव सिंह को प्रथम, पावरप्वाइंट प्रेजेन्टेशन में काजल राजपूत को प्रथम एवं सोमनाथ को द्वितीय, चित्रकला में राधेश्वरी तथा लालिमा को संयुक्त रूप से प्रथम और सागर व कविता को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया। कुसुम साहू ने स्वरचित कविता में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
उनके विचार केवल भौतिकी तक ही सीमित नही है बल्कि उनसे हम नवाचार की परंपरा को आगे बढ़ा सकते है। सोसाइटी इंचार्ज डॉ. अनीता शुक्ला, ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने यह भी साबित कर दिया कि व्यक्ति अपने कार्यों एवं ज्ञान से महान बनता है। यह समारोह कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए किया गया। कार्यक्रम का संचालन अभिनव सिंह ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विभाग के प्राध्यापकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इसी अवसर पर ओजोन दिवस पर हुयी प्रतियोगिता में धर्मिशा, काजल, गोपाल , टिकेंद्र, सागर और अभिनव को भी पुरुस्कार विभाग के प्राध्यापकों द्वारा प्रदान किया गया. प्राचार्य डॉ. आर.एन. सिंह ने भौतिकी विभाग की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से विद्यार्थियों को सदैव सीख मिलती है, जिससेवे सदैव सहीे मार्ग पर चलते हुए सफलता प्राप्त करने की दिषा में प्रयासरत रहते है। आज डॉ. कलाम हमारे बीच नही है पर उनके विचारों और सोच से वे सदैव हमारे ह्दय मंे बने रहेगे तथा हम सदैव उनके प्रेरणादायक विचारों से आगे बढ़ने के लिए तत्पर रहेगे। डॉ. कलाम कुरान और भगवत गीता दोनों का अध्ययन करते थे, उन्हें बैलेस्टिक मिसाइल और लांच व्हीकल टेक्नोलॉजी के विकास के लिए जाना जाता है। उनकी सोच हम सभी के लिए सदैव प्रेरणास्त्रोत रहेगी।