दुर्ग। छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेन्टल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेस (CIMHANS) के एवं प्रसिद्ध मनोरोग चिकित्सक डॉ प्रमोद गुप्ता ने आज कहा कि जो लोग स्वयं, परिवार और समाज के बीच बेहतर संतुलन बनाने में सफल होते हैं, उनका मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा होता है। वे शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय में “मन चंगा तो कठौती में गंगा” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।इस व्याख्यान का आयोजन महाविद्यालय के समाजशास्त्र, मनोविज्ञान विभाग एवं आईक्यूएसी के तत्वाधान में आयोजित किया गया था। उन्होंने बताया कि विचार एवं भावनाओं को व्यवहार में उतार लेना ही स्वस्थ मन है। आत्मविश्वास, आत्मसंयम, आत्मबोध, आत्मनियंत्रण, आदि शरीर से नहीं मन से जुड़े हैं। पहली जिम्मेदारी स्वयं को स्वस्थ रखने की है। उन्होंने आहार, विचार एवं व्यवहार में संतुलन बनाए रखने की समझाईश दी।
संस्था के प्राचार्य डॉ आरएन सिंह ने अपने सारगर्भित उद्बोधन से विद्यार्थियों की अपने लक्ष्य की ओर उन्मुख होते के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में मन को स्वस्थ रखने चिंता मुक्त जीवन व्यतीत कर वर्तमान में अपने लक्ष्य की ओर ध्यान देने कहा।
इस कार्यक्रम में डॉ अश्विनी महाजन, डॉ. कल्पना अग्रवाल, डॉ. दीवान, डॉ. निशा गोस्वामी तथा भारी संख्या में सभी कक्षा की छात्र छात्राऐं उपस्थित थे। व्याख्यान के अंत में विद्यार्थियों ने अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ सुचित्रा शर्मा (समाजशास्त्र विभाग) एवं आधार प्रदर्शन डॉ. प्रतिभा शर्मा (मनोविज्ञान विभाग) द्वारा किया गया।