दुर्ग। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के स्थापना के सात वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल अनुसुईया उईके ने कहा कि हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की हर क्षेत्र मे प्रगति प्रशंसनीय है। सीमित अधिकारियों, कर्मचारियों एवं संसाधनों के बावजूद इस विश्वविद्यालय ने प्रदेश के अन्य बड़े विश्वविद्यालयों के समकक्ष अपने कार्यों का संपादन किया है।
राज्यपाल ने राजभवन में आयोजित समारोह में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग की सात वर्ष की सफल यात्रा पर केन्द्रित स्मारिका “2015 से 2022 तक विश्वविद्यालय की सात वर्षों की सुखद यात्रा” का विमोचन कर रही थीं। विश्वविद्यालय की विगत सात वर्षों की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए राज्यपाल महामहिम अनुसुइया उइके ने समारोह में उपस्थित विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा, कुलसचिव भूपेन्द्र कुलदीप तथा अन्य समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दीं।
राज्यपाल ने कहा कि नये शैक्षणिक सत्र से विश्वविद्यालय को अध्ययन-अध्यापन व्यवस्था भी आरंभ करनी चाहिए। कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा ने इस संबंध में जानकारी दी कि विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षण विभाग आरंभ किये जाने को लेकर विस्तृत प्रस्ताव उच्च शिक्षा विभाग, छत्तीसगढ़ शासन को भेजा जा चुका है जो विचाराधीन है। जैसे ही स्वीकृति प्राप्त होगी, उसके अनुसार कार्यवाही की जायेगी।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के निर्माणाधीन भवन के निर्माण कार्य की पूर्णता में हो रही देरी के विषय में भी चर्चा कीं तथा कहा कि वे स्वयं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को शीघ्र कार्य पूर्ण करने के लिए निर्देश देंगी।
कुलपति डॉ. पल्टा एवं कुलसचिव भूपेन्द्र कुलदीप ने संयुक्त रूप से राज्यपाल को बताया कि वर्तमान में रेगुलर एवं प्राइवेट विद्यार्थियों को मिलाकर हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग की परीक्षाओं में दो लाख बाईस हजार विद्यार्थियों ने ऑनलाईन परीक्षा दी है। विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले 5 जिलों बालोद, बेमेतरा, दुर्ग, राजनांदगांव, कबीरधाम के 143 महाविद्यालयों में से अधिकांश महाविद्यालय नैक मूल्यांकन की प्रक्रिया में संलग्न हैं। विश्वविद्यालय के अंतर्गत ए़ ग्रेड प्राप्त एक महाविद्यालय तथा ए ग्रेड प्राप्त एक निजी महाविद्यालय हैं। इनके अतिरिक्त चार महाविद्यालयों को हाल ही में बी़++ ग्रेड प्राप्त हुआ है। विश्वविद्यालय द्वारा छात्रहित में राष्ट्रीय स्तर की पांच संस्थाओं से एमओयू किया गया है। एनएसएस, एनसीसी, एवं खेलकूद के क्षेत्र में विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी विषिष्ट पहचान बनायी है। विश्वविद्यालय के अंतर्गत विभिन्न महाविद्यालयों के पांच प्राध्यापकों को अंतर्राष्ट्रीय पेटेंट हांसिल हुआ है। कोविड-19 संक्रमण काल में भी विश्वविद्यालय ने ऑनलाईन रूप से उपयोगी वेबीनार तथा अन्य गतिविधियों का आयोजन किया है। विश्वविद्यालय के अधिकृत वेबसाइट पर विद्यार्थियों हेतु एक हजार से ज्यादा वीडियो लेक्चर उपलब्ध है।
राजभवन में आयोजित इस विमोचन समारोह में राज्यपाल के निज सचिव, के अलावा राजभवन के अधिकारी, विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव, उपकुलसचिव, डॉ. राजमणि पटेल, राजेन्द्र चौहान, एनएसएस समन्वयक, डॉ. आरपी अग्रवाल, खेल संचालक डॉ. ललित प्रसाद वर्मा, सहायक कुलसचिव डॉ. सुमीत अग्रवाल, हिमांशु शेखर मंडावी आदि उपस्थित थें।