भिलाई। विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर आज एमजे कालेज में फैशन एवं इंटीरियर डिजाइनिंग की कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। आईएनआईएफडी के फैकल्टीज ने इस अवसर पर इस क्षेत्र से जुड़े विभिन्न करियर विकल्पों की जानकारी दी। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने कहा कि किसी भी प्रकार का स्किल सेट रोजगार प्राप्त करने में सहयोगी होता है। इसे एक वैकल्पिक करियर के रूप में भी अपनाया जा सकता है।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए डॉ चौबे ने कहा कि जीवन स्तर उठने के साथ ही फैशन एवं इंटीरियर की मांग में भी तेजी आई है। आईएनआईएफडी के साथ महाविद्यालय का कौशल विकास के लिए एएमओयू है। विद्यार्थियों को इसका लाभ लेना चाहिए। इस कार्यशाला का आयोजन महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर के मार्गदर्शन में वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग द्वारा आईक्यूएसी के मार्गदर्शन में किया गया था।
आईएनआईएफडी की सोनिया श्रीवास्तव ने बताया कि यह एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है। यहां से कोर्स करने वाले बच्चों को लंदन फैशन वीक और न्यूयार्क फैशन वीक के साथ ही लैक्मे फैशन वीक में जाने का अवसर प्रदान किया जाता है। विभिन्न कोर्सेंस की जानकारी देते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को अपनी रुचि के अनुरूप विषय चुनने की समझाइश दी।
आईएनआईएफडी की ही हर्षा चंद्रिकापुरे ने फैशन डिजाइनिंग से जुड़े अलग-अलग क्षेत्रों की विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि यह कोर्स करने के बाद युवा फैशन डिजाइनिंग, फैशन स्टाइलिस्ट, विजुअल मर्चेन्डाइजर, मर्चेन्डाइजर, फैशन कन्सल्टेंट, टेक्सटाइल डेवलपर, फैशन इंफ्लूएंसर, ब्लॉगर, कस्ट्यूम डिजाइनर, मेन्टॉर, फैशन पीआर, आदि क्षेत्रों में जा सकता है।
इस अवसर पर आईएनआईएफडी की ऐश्वर्या शर्मा, एमजे कालेज फार्मेसी डिवीजन के प्राचार्य विजेन्द्र सूर्यवंशी, रासेयो अधिकारी डॉ जेपी कन्नौजे, वाणिज्य संकाय के एचओडी विकास सेजपाल, कम्प्यूटर साइंस विभाग की एचओडी पीएम अवंतिका, गणित विभाग की एचओडी रजनी कुमारी, साइंस विभाग की एचओडी सलोनी बासु, सहायक प्राध्यापकगण तथा विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम संयोजक स्नेहा चंद्राकर ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए अतिथि वक्ताओं का संक्षिप्त परिचय दिया। सहा. प्राध्यापक दीपक रंजन दास ने धन्यवाद ज्ञापन किया।